उत्तराखंड में ईडी की बड़ी कार्रवाई, छात्रवृत्ति घोटाले में 1.97 करोड़ की संपत्ति जब्त

ED ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति छात्रवृत्ति घोटाले से जुड़ी धनशोधन जांच के तहत एक शैक्षणिक न्यास की लगभग दो करोड़ रुपए की इमारत और जमीन कुर्क कर ली है।

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उत्तराखंड में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। एससी/एसटी छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर ईडी टीम ने रुड़की में इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज चलने वाले दीनदयाल शर्मा एजुकेशन ट्रस्ट पर कार्यवाही की है। Uttarakhand Scholarship Scam इस कार्रवाई के तहत उनकी देहरादून और हरिद्वार में जो भूमि थी उस भूमि को तत्काल प्रभाव से जब्त कर लिया गया है। इस संपत्ति की अनुमानित 1.97 करोड़ रुपए की संपत्ति है। ईडी ने आरोप लगाया कि संस्थान ने 2013-14 से 2016-17 के बीच की अवधि के लिए समाज कल्याण विभाग, हरिद्वार से अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) छात्रों के नाम पर “फर्जी तरीके से” छात्रवृत्ति की राशि प्राप्त की। बयान में कहा गया है कि एससी एवं एसटी छात्रवृत्ति योजना के तहत राशि प्राप्त करने के लिए संस्थान ने “झूठे दावे” किए और छात्रों के व्यक्तिगत खर्च और कॉलेज ट्यूशन फीस के रूप में राशि कॉलेज के खाते में जमा की गई।

ईडी का आरोप है, “दीन दयाल शर्मा एजुकेशनल ट्रस्ट के ट्रस्टी विवेक शर्मा और अंकुर शर्मा ने उस राशि में हेरफेर की जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ।” उसने कहा कि उस राशि को संस्थान के बैंक खातों या कॉलेज के अन्य खातों में “अंतरित” किया गया और नकद राशि निकालने के बाद ट्रस्टी के खर्च के लिए उसका उपयोग किया गया। आपको बता दें उत्तराखंड में हुआ छात्रवृत्ति घोटाला लंबे समय से चर्चा में है। शुरुआत में यह घोटाला 400 करोड़ रुपए का बताया जा रहा था। इसमें गढ़वाल और कुमाऊं दोनों जगह पर शिक्षा संस्थानों ने यह घोटाला किया गया था। लंबे समय से इसकी जांच एसआईटी कर रही है। सबसे बड़ा घोटाला हरिद्वार और देहरादून जिलों में हुआ है। इसमें जांच में यह बात सामने आई थी कि 50 प्रतिशत से ज्यादा छात्रवृत्ति यहां पर गबन की गई है। इस पूरे मामले में हरिद्वार, देहरादून के अलावा मेरठ सहारनपुर के शैक्षिक संस्थान भी शामिल थे।