राजौरी आतंकी हमले में शहीद हुए चमोली के नौजवान बीरेंद्र सिंह, दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

जम्मू कश्मीर के पुंछ राजौरी आतंकी हमले में उत्तराखंड का लाल भी शहीद हुआ है। शहीद बीरेंद्र सिंह चमोली के बमियाला गांव के रहने वाले थे।

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उत्तराखंड के वीर सपूतों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। न जाने कितने ऐसे परिवार हैं जो अपने वीर सपूतों को खो चुके हैं। Birendra martyred in Rajouri terrorist attack जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बृहस्पतिवार को दोपहर 3:45 बजे भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने बफलियाज इलाके में सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया। हमले में पांच सैनिक बलिदान हो गए। जम्मू कश्मीर के पुंछ राजौरी आतंकी हमले में उत्तराखंड का लाल भी शहीद हुआ है। शहीद बीरेंद्र सिंह चमोली के बमियाला गांव के रहने वाले थे। शहीद बीरेंद्र सिंह 15 वीं गढ़वाल रायफल में तैनात थे।

शहीद जवान के पार्थिव शरीर को रुड़की लाया जा रहा है, कल शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बमियाला पहुचेगा। शहीद बीरेंद्र अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए हैं। शहीद बीरेंद्र के घर में उनके माता पिता, दो भाई और एक बहन हैं। उनके के पिता किसान है। माता गृहणी हैं। बीरेंद्र के बड़े भाई आईटीबीपी में तैनात हैं। बहन की शादी हो चुकी है। भाई बहनों में नायक बीरेंद्र सिंह सबसे छोटे थे, बीरेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर के बाद पूरे क्षेत्र में गम का माहौल है, वहीँ जवान के शहीद होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि इस दुःख की घड़ी में पूरी सरकार शहीद के परिजनों के साथ है और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।