उत्तराखंड में प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का संचालन किया जा रहा है। यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण खुलने के बाद ऋषिकेश में फिर से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है। Rishikesh Chardham Registration Office बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की वजह से एक बार फिर से व्यवस्थाएं भी चरमराती भी नजर आ रही हैं। पंजीकरण के लिए टोकन नहीं मिलने से नाराज श्रद्धालु सड़क पर आ गए। श्रद्धालुओं ने जमकर हंगामा किया। नाराज श्रद्धालुओं ने प्रशासन पर टोकन वितरण में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। करीब आधे घंटे के बाद यह फैसला लिया गया कि जिन यात्रियों के पास एक जून का टोकन है वह अपने आधार कार्ड और टोकन की फोटो कॉपी विवरण पत्र सहित पंजीकरण कार्यालय में जमा करेंगे, फिर उनका अस्थाई पंजीकरण किया जाएगा। इसके बाद ओएसडी के कार्यालय के बाहर से भीड़ हटी।
हंगामे की सूचना मिलते ही कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट और बस अड्डा चौकी प्रभारी नवीन डंगवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने श्रद्धालुओं से बातचीत की। जिसके बाद उनको हर संभव मदद का भरोसा दिया। कोतवाल ने श्रद्धालुओं से कहा उनको जल्दी ही टोकन दिलवा कर पंजीकरण के साथ यात्रा मार्ग पर भेजा जाएगा। भरोसा मिलने के बाद श्रद्धालु सड़क से हट गए। सरकार की अव्यवस्थाओं के कारण चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु काफी परेशान हैं। श्रद्धालुओं का न तो पंजीकरण हो पा रहा है न ही उनको सुविधाएं मिल पा रही हैं। आज मजबूरन यात्रियों ने हंगामा कर अपना विरोध किया। अपर आयुक्त गढ़वाल नरेंद्र सिंह ने बताया प्रत्येक दिन प्रत्येक धाम के लिए 1500 श्रद्धालुओं का पंजीकरण करके उनको यात्रा मार्ग पर भेजा जा रहा है, जो श्रद्धालु स्लॉट खत्म होने के बाद लाइन में लगे हुए बच रहे हैं, उन्हें अगले दिन का देकर अगले दिन पंजीकरण में प्राथमिकता दी जा रही है।