चारधाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का हुजूम, यात्रियों की संख्या 54 लाख के पार, इस शुभ मुहूर्त पर बंद होंगे कपाट

चारधाम यात्रा इस समय अपने पूरे चरम पर है। इस वर्ष की यात्रा ने अभी तक के अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 22 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा में 1 नवंबर की शाम तक 54 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।

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उत्तराखंड की चारधाम यात्रा Chardham Yatra 2023 पर आने वाले श्रद्धालुओं ने इस सीजन सभी पुराने रिकॉर्डों को ध्वस्त कर दिया है। 22 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 54 लाख से ज्‍यादा यात्री दर्शन करने के लिए पहुंच चुके हैं। सबसे ज्‍यादा 19 लाख श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे हैं। उत्‍तराखंड राज्‍य बनने से पहले चारधाम यात्रा पर सरकारों का इतना फोकस नहीं था। पहले श्रद्धालुओं की संख्‍या भी बहुत कम हुआ करती थीी। धीरे धीरे सुविधाएं बढ़ीं तो यात्री भी बढ़ने लगे। अब आलम है कि श्रद्धालुओं का आंकड़े अब रेकॉर्ड बना रहे हैं। हालांकि साल 2013 में केदार घाटी में आई भीषण आपदा के बाद चारधाम यात्रा पर ब्रेक लग गया था। यही कारण रहा कि साल 2014 में चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम रही। लेकिन जब से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कार्य शुरू हुए, उसके बाद धीरे-धीरे चारधाम में रौनक लौटनी शुरू हो गई।

साल 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद साल 2020-21 में चारधाम यात्रा बाधित रही। साल 2022 में चारधाम यात्रा ने फिर से रफ्तार पकड़ी। 2022 में चारधाम दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए आंकड़ा 44 लाख 32 हजरा 268 पहुंचाया। लेकिन 2023 में तो श्रद्धालुओं ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। इस साल 2023 में चारधाम के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 54 लाख के पार पहुंच चुका है। जबकि अभी भी यात्रा में करीब 12 दिन का समय शेष है। मानसून विदा होने के बाद अक्टूबर में चारधाम यात्रा ने जो गति पकड़ी थी, वो शीतकाल में भी जारी है। अभी भी प्रतिदिन 20 हजार से अधिक तीर्थयात्री चारधाम पहुंच रहे हैं। शीतकाल के लिए चारों धाम के कपाट इसी माह बंद होने हैं। गंगोत्री के कपाट 14, केदारनाथ व यमुनोत्री के कपाट 15 और बद्रीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को बंद किए जाएंगे।

चारधाम में दर्शन कर चुके श्रद्धालु

  • धामतीर्थयात्री
  • केदारनाथ – 19,07,070
  • बदरीनाथ – 17,18,696
  • गंगोत्री – 8,92,836
  • यमुनोत्री – 7,28,368
  • हेमकुंड साहिब – 1,77,463