देहरादून: आज से बिना जीपीएस लगे यात्री वाहनों की घंटाघर क्षेत्र में नो एंट्री! गलती करने पर परमिट होगा निरस्त

संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) के सचिव/आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि इस क्षेत्र में आज से केवल वही यात्री वाहन संचालित होंगे, जिनमें जीपीएस लगा होगा।

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राजधानी देहरादून के घंटाघर और परेड ग्राउंड के चारों तरफ दो किमी. के दायरे में आज से बगैर जीपीएस लगे सार्वजनिक यात्री वाहन नहीं चल पाएंगे। GPS On Auto in Dehradun संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) के सचिव/आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि इस क्षेत्र में आज से केवल वही यात्री वाहन संचालित होंगे, जिनमें जीपीएस लगा होगा। वाहन संचालकों को जीपीएस लगाने के लिए आरटीए ने 15 फरवरी तक की छूट दी थी, जो आज समाप्त हो जाएगी। जिन वाहनों में जीपीएस नहीं लगा होगा, वह प्रतिबंधित क्षेत्र से बाहर संचालित हो सकेंगे। बता दें कि गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में बीती 23 दिसंबर 2023 को बैठक हुई थी। जिसमें कई निर्णय लिए गए थे। इन निर्णयों पर 11 जनवरी को राज्य सरकार की स्वीकृति मिल गई थी। जिसके बाद 12 जनवरी को परिवहन विभाग की ओर से इसे लेकर आदेश जारी कर दिए गए। इसके बाद अब जीपीएस की अनिवार्यता लागू की जा रही है।

आटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि जिन छह रूटों पर जीपीएस के नियम का पालन कराया जाएगा, उन पर 208 सिटी बसें, 478 मैजिक, 500 आटो, 600 ई रिक्शा, 500 विक्रमों का संचालन होता है। करीब 2300 सार्वजनिक यात्री वाहनों का संचालन इन रूटों पर किया जाता है। यह सभी जीपीएस के दायरे में आएंगे। शुक्रवार से ही चेकिंग कर यह देखा जाएगा कि किन वाहनों में जीपीएस लगा है। नियम का पालन नहीं करने पर चालान की कार्यवाही की जाएगी। ऑटो विक्रम यूनियन लगातार जीपीएस को लेकर विरोध कर रही है। सबसे पहले आरटीओ बैठक में अपना विरोध जताया। इसके बाद सड़क पर उतरकर विरोध भी किया। इस मामले को विधायक उमेश कुमार ने विधानसभा में उठाया। इसके बाद भी कोई राहत नहीं मिलने पर ऑटो विक्रम यूनियन के सदस्यों ने परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी से मुलाकात की।