शीतकालीन चारधाम को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह दिख रहा है। यहीं कारण है कि शीतकालीन में अभी तक 14,406 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके है। Uttarakhand Winter Chardham Yatra 8 दिसंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस यात्रा के कार्यक्रम की शुरुआत की और राज्य सरकार ने इसे सफल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया है। उत्तराखंड में भीषण ठंड के बावजूद, श्रद्धालुओं का जोश और उत्साह ठंड की परवाह किए बिना बढ़ता जा रहा है। शीतकालीन चारधाम यात्रा के दौरान 14,406 श्रद्धालु धामों के दर्शन कर चुके हैं। वही पिछले 24 घंटे के भीतर 767 श्रद्धालु दर्शन कर चुके है। जिसमें पांडुकेश्वर में 357 श्रद्धालु, ओंकारेश्वर में 395 श्रद्धालु, मुखवा में 13 श्रद्धालु और खरसाली में 2 श्रद्धालु दर्शन कर चुके है।
शीतकालीन चारधाम यात्रा न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्रदान कर रही है, बल्कि यात्रियों को पहाड़ी क्षेत्रों की प्राकृतिक सुंदरता का भी आनंद भी मिल रहा है। केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद बाबा केदार की पंचमुखी डोली उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान है, जहां अगले वर्ष कपाट खुलने तक पूजा-अर्चना की जा रही है। श्रद्धालु यहां पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं। इसी तरह भगवान बद्री विशाल की डोली पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान बद्री मंदिर में पहुंचती है, जहां भक्त भगवान के दर्शन कर सकते हैं। मां गंगा की डोली मुखवा गांव और मां यमुना की डोली खरसाली स्थित उनके मंदिरों में विराजमान होती है। शीतकालीन यात्रा के दौरान इन गद्दीस्थलों मेंश्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है।