केदारनाथ धाम के समीप रविवार सुबह एक बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा हुआ, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई। हादसे में मारे गए सात लोगों में जयपुर के 37 वर्षीय लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) राजवीर सिंह चौहान भी शामिल थे। Kedarnath Helicopter Crash 2009 से 15 साल से अधिक समय तक भारतीय सेना में सेवा देने के बाद राजवीर सिंह चौहान ने आठ महीने पहले ही नागरिक उड्डयन में अपना करियर शुरू किया था। अक्टूबर 2024 में हेलिकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनी आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड में शामिल हुए। रविवार को हुए हादसे में उनकी जान चली गई। सबसे दुखद यह है कि दो महीने पहले ही पायलट राजवीर ने जुड़वा बच्चों के पिता बने थे, और अभी उन्हें बाप का सुख भी नहीं मिला था। इस अल्पआयु में वह इस दुनिया से रुखसत हो गए।
कैप्टन राजवीर एक कुशल पायलट थे, सेना में रहते हुए उन्होंने देश की दस वर्षो तक सेवा की। उन्हें हेलीकॉप्टर उड़ाने का तीन हजार घंटों का अनुभव था। पंजाब में बाढ़ के दौरान कई रेस्क्यू ऑपरेशन भी राजवीर सिंह कर चुके हैं। साथ ही राजवीर सिंह कई बड़े और हार्ड ऑपरेशन का हिस्सा भी रह चुके हैं। अक्टूबर 2024 में ही उन्होंने एक कंपनी में बतौर एविएशन पायलट ज्वाइन किया था। इस घटना से राजवीर सिंह के जयपुर स्थित घर में पसरा मातम हुआ है। शादी के 14 साल बाद राजवीर जुड़वा बच्चों के पिता बने थे। जिसके खुशी में 30 जून को राजवीर के परिवार में बड़ा फंक्शन होना था। जिसके लिए 25 जून को राजवीर भी छुट्टी लेकर जयपुर आने वाले थे। राजवीर की पत्नी दीपिका चौहान भी सेना में कर्नल के पद पर हैं और पायलट हैं। जिन्होंने चार माह पहले ही जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है और अभी छुट्टियों पर चल रही हैं।