दुनिया भर में प्रसिद्ध है कुमाऊं की होली, एक दिन का नहीं एक महीने का होल्यार और मस्ती; जानें- क्या है खास

उत्तराखंड के कुमाऊं में होली का त्यौहार एक माह तक मनाया जाता है। कुमाऊं में होली तीन तरीके से मनाई जाती है। बैठकी होली, खड़ी होली और महिला होली।

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उत्तराखंड में होली का त्योहार आने से पहले ही महिलाएं रंग में नजर आ रही हैं। उत्तराखंड में होली सिर्फ एक दिन का त्यौहार नहीं है। Kumaoni Mahila Holi ये एक माह तक चलने वाला पूरा त्यौहार है। उत्तराखंड के कुमाऊं में होली का त्यौहार एक माह तक मनाया जाता है। कुमाऊं में होली तीन तरीके से मनाई जाती है। बैठकी होली, खड़ी होली और महिला होली। जो कि सिर्फ रंगों के साथ ही नहीं खेली जाती, बल्कि होली गायन, नृत्य और सांस्कृतिक विरासत को संजोते हुए खेली जाती है। जो कि रंग के अलावा प्रकृति के बदलाव का भी स्वागत करती है। होली आते ही मौसम में गरमी का एहसास होने लगता है। जो कि बसंत ऋतु के साथ ही शुरू हो जाती है। महिलाओं की होली में सबसे बड़ा क्रेज स्वांग का होता है। होली के दौरान महिलाएं सामाजिक तानेबाने और कुरितियों पर कटाक्ष करती हैं। इस दौरान वो कई अलग-अलग किरदारों और वेशभूषा में नजर आती हैं।

उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में अल्मोड़ा, नैनीताल, पिथौरागढ़, चम्पावत और बागेश्वर जिले आते हैं। जहां होली खास तरह से मनाई जाती है। मुख्य रूप से अल्मोड़ा और नैनीताल में ही मनाई जाती रही है। बैठकी होली बसंत पंचमी के दिन से शुरू हो जाती है, और इस में होली पर आधारित गीत घर की बैठक में राग रागनियों के साथ हारमोनियम और तबले पर गाए जाते हैं। कुमाऊं के प्रसिद्द जनकवि गिरीश गिर्दा ने बैठकी होली के सामाजिक शास्त्रीय संदर्भों के बारे में गहराई से अध्ययन किया है, और इस पर इस्लामी संस्कृति और उर्दू का असर भी माना है। बैठकी होली के कुछ दिनों बाद खड़ी होली शुरू होती है। जो कि कुमाऊं के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक देखने को मिलता है। खड़ी होली में गांव के लोग टोपी, कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा पहन कर एक जगह एकत्रित होकर होली गीत गाते हैं, और साथ साथ ही ढोल-दमाऊ तथा हुड़के की धुनों पर नाचते भी हैं। खड़ी होली के गीत कुमाऊंनी भाषा में होते हैं। होली गाने वाले लोगों को होल्यार कहते हैं। महिला होली में प्रत्येक शाम बैठकी होली जैसी ही बैठकें लगती हैं, जिसमेंसिर्फ महिलाएं ही भाग लेती हैं। इसके गीत भी महिलाओं पर ही आधारित होते हैं।