लोकसभा चुनाव: CEO ने अफसरों को दिए निर्देश, दुर्गम क्षेत्रों में ड्रोन से रखी जाएगी निगरानी

लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होते ही उत्तराखंड में निर्वाचन आयोग पूरी तरह सक्रिय हो गया है। आयोग ने विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बात करते हुए आदर्श आचार संहिता को पारदर्शी तरह से लागू करवाने की कोशिश शुरू कर दी गई है।

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मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। EC Held Meeting Political Parties इस अवसर पर उन्होंने सभी दलों से प्रदेश में सकुशल मतदान संपन्न कराने को लेकर अपील की। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है, जिसके दृष्टिगत सभी राजनैतिक दलों की एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग भी शुरू की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि माननीय निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार सभी दल अपने उम्मीदवारों के नामांकन सम्बन्धी प्रक्रिया, चुनावी रैली व अन्य गतिविधियों को संचालित करें। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में मतदान प्रथम चरण में होना है इस लिहाज से बूथ लेवल तक स्वीप गतिविधियों सहित जागरूकता कार्यक्रमों को और व्यापक स्तर पर चलाया जाए।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश के ऐसे जनपद जो अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे हैं, उनके चेकपोस्ट पर और भी प्रभावी तरीके से निगरानी बढ़ाई जाए। सीईओ ने निर्देश दिए कि इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम (ईएसएमएस) में सभी एजेंसियां सीजर रिपोर्ट, इनरसेप्ट रिपोर्ट को जिम्मेदारी से भरे। ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि की गुंजाइश ना रहे। प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में जो शैडो एरिया है, वहां संचार व्यवस्था सुचारु करने के लिए जिलों के एसएसपी व एसपी को निर्देशित कर दिया गया है। एडीजी एपी अंशुमान ने बताया कि प्रदेश के दुर्गम इलाकों में ड्रोन कैमरों के जरिए मॉनिटरिंग की जाएगी। बैठक में स्टेट नोडल ऑफिसर ( एक्सपेंडिचर एवं मॉनिटरिंग) मनमोहन मैनाली ने जानकारी दी कि प्रदेश में 1 मार्च से 16 मार्च तक 7 करोड़ रुपए से अधिक नकद धनराशि, अवैध शराब, मादक पदार्थ को सीज किया गया है, जिसमें सबसे अधिक मात्रा मादक पदार्थ की है।