बद्रीनाथ धाम मंदिर परिसर में रील्स बनाना पड़ा महंगा, चमोली पुलिस ने 16 श्रद्धालुओं का काटा चालान

चमोली पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए 16 लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की है, जो मंदिर परिसर में मोबाइल से रील्स या किसी अन्य तरह की वीडियो बना रहे थे।

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उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों में भीड़ को देखते हुए इस बार कई नए नियम लागू किए हैं। Badrinath Yatra 2024 जिसमें मंदिर परिसर के 200 मीटर की रेंज में मोबाइल पर पाबंदी और 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी और रील्स बनाने पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि वर्तमान में धामों में रील्स व वीडियोग्राफी के ट्रेंड के बढ़ते चलन के कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जिसको देखते हुए राज्य सरकार ने श्री बद्रीनाथ धाम मन्दिर परिसर की परिधि के 50 मीटर में वीडियोग्राफी व रील्स को प्रतिबन्धित किया गया। जिस पर चमोली पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए, ऐसे 16 लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की है, जो मंदिर परिसर में मोबाइल से रील्स या किसी अन्य तरह की वीडियो बना रहे थे।

बदरीनाथ थाना प्रभारी नवनीत भंडारी ने बताया कि शासनादेश जारी होने के बाद हम लगातार ऐसे भक्तों पर नजर बनाकर रखे हुए हैं, जो मंदिर परिसर में तरह-तरह की वीडियोग्राफी कर रहे हैं। हमने देश के अलग-अलग राज्यों से आए लगभग 16 लोगों के चालान किए हैं। उन्होंने कहा कि चालानी कार्रवाई में पहले मोबाइल को जब्त करते हैं और वार्निंग देने के साथ ही 500 का चालान का प्रावधान रखा गया है। हम लगातार लाउडस्पीकर और अन्य माध्यम से भी भक्तों से अपील कर रहे हैं कि वह किसी तरह की वीडियोग्राफी या रील्स मंदिर परिसर में ना बनाएं। चारों धाम में व्यवस्थाएं सुधारने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने 200 मीटर की रेंज में मोबाइल और 50 मीटर में वीडियोग्राफी के साथ रील बनाने पर रोक लगा दी है। माना जा रहा है कि ऐसे लोगों की वजह से भीड़ को व्यवस्थित करना आसान नहीं होता है।