जुलाई का महीना शुरू भी नहीं हुआ है कि उत्तराखंड में बारिश कहर बरपाने लगी है। जून में ही बारिश की वजह से प्रदेश में भूस्खलन, मलबा गिरने और जलभराव जैसे घटनाएं हुई हैं। भारी बारिश के कारण 70 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। Rain wreaks havoc in Nandprayag बीते एक महीने में सड़क दुर्घटनाओं में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं प्राकृतिक आपदाओं में 18 लोग जान गंवा चुके हैं और नौ घायल हैं। बीती रात्रि नंदप्रयाग थिरपाक में बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। नंदानगर में चुफलागाड़ उफान पर थी तो दूसरी तरफ नंदाकिनी नदी भी विकराल रूप में थी। थिरपाक गांव के बगल से बहने वाले बरसाती नाले ने तोड़फोड़ मचा दी। इस नाले का पानी और मलबा घरों के अंदर तक घुस गया। घरों के पास बनी सुरक्षा दीवार तक टूट गई। देर रात हुई अतिवृष्टि में 1 से 2 शौचालय के बहने की खबर भी सामने आ रही है। वहीं 2 गोशाला भी इसकी चपेट में आ गई। जिसमें रह रहे 1 बैल और 2 बकरी की मौत की खबर है। बताया जा रहा है मलबा पूरे खेतों में भी भर गया है। जिसके चलते फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।