चारधाम यात्रा में अब तक 67 श्रद्धालुओं की मौत, केदारनाथ धाम में मृतकों की संख्या 33 पहुंची

चारधाम यात्रा में अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम यात्रा के लिए मेडिकल हिस्ट्री को अनिवार्य कर दिया है।

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उत्तराखंड में चारधाम यात्रा जारी है। बीते सालों की अपेक्षा रिकॉर्डतोड़ श्रद्धालु पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित चारों धामों की यात्रा कर रहे हैं। Deaths in Chardham Yatra भीड़ की वजह से व्यवस्था में भी समस्या आ रही है, वहीं सामने आया है कि चारधाम यात्रा में अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम यात्रा के लिए मेडिकल हिस्ट्री को अनिवार्य कर दिया है। साथ ही चारधाम हेल्थ पोर्टल भी तैयार किया जा रहा है। इससे यात्रियों की स्वास्थ्य संबंधित तमाम जानकारियां उपलब्ध हो सकेंगी। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार 28 मई तक 67 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। जिसमें से सबसे अधिक केदारनाथ धाम में 33, बदरीनाथ धाम में 16, यमुनोत्री धाम में 13 और गंगोत्री धाम में 5 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। जिन यात्रियों की मौत हुई है उनमें से अधिकतर श्रद्धालुओं की उम्र 50 साल से अधिक है।

आयुक्त गढ़वाल ने कहा कि ज्यादातर मृत्यु हृदयघात की वजह से हुई हैं। श्रद्धालुओं की नियमित स्क्रीनिंग की जा रही है। चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा उपचार और देखभाल के बाद कई श्रद्धालुओं को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है। उसके बाद भी कोई श्रद्धालु यात्रा पर जा रहा है, तो उनसे लिखित में फार्म भरवाने की कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा जो यात्री, चारधाम यात्रा ने लिए पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाता है तो उसको मेडिकल हिस्ट्री भरने के लिए भी नोटिफिकेशन दिया जाता है, लेकिन इसे अनिवार्य नहीं किया गया है। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि आने वाले समय में सभी यात्रियों की मेडिकल हिस्ट्री को अनिवार्य किया जाएगा।