SSB भर्ती परीक्षा: फर्जीवाड़ा करने वाला एक और मुन्ना भाई चढ़ा पुलिस के हत्थे, गिरोह बनाकर कर रहे थे धांधली

श्रीनगर एसएसबी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में मुन्ना भाई के पकड़ें जाने का मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी बीच पुलिस ने मामले से जुड़े एक और व्यक्ति को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है।

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श्रीनगर में आयोजित हुई एसएसबी कांस्टेबल की लिखित परीक्षा देने पहुंचे मामले में एक और आरोपी को पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। Ssb Constable Exam Case आरोपी पर दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर लिखित परीक्षा में शामिल होने का आरोप है। वह गत अक्तूबर माह में भोपाल में हुई परीक्षा में भी यह कारनामा कर चुका है। बताया जा रहा है कि आरोपी पूर्व में पकड़े गए पूर्व सैनिक रामबृज का छोटा भाई है। दोनों सेना पैरामेडिकल फोर्स में युवाओं को भर्ती कराने का रैकेट चलाते थे और युवाओं से मोटा पैसा वसूलते थे। इस गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी पुलिस विभिन्न इलाकों में दबिश देकर उन्हें पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है। जांच में आरोपी के मोबाइल फोन में विभिन्न विभागों एसएससी, बीएसएफ, आर्मी, सीआईएसएफ एवं अन्य के एडमिट कार्ड और कई किस्म के फोटोग्राफ एवं दस्तावेज भी पाए गए थे।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह एक गिरोह के साथ जुड़ा हुआ है, जो किसी और व्यक्ति के बदले फौज की परीक्षा और फिजिकल देने का काम करता है। इसकी एवज में गिरोह युवाओं से मोटा पैसा भी वसूलता है। आरोपी ने अपने अन्य गिरोह के सदस्यों के नामों का भी खुलासा किया है। जिसके आधार पर आज एक अन्य आरोपी विकास की भी गिरफ्तारी हुई है। ये रामबृज का छोटा भाई है। आरोपी रामबृज ने बताया कि वर्ष-2020 में उसका सिलेक्शन भारतीय सेना की 27 राजपूत रेजिमेंट में हुआ था, तभी उसे मोबाइल पर सट्टा व जुआ खेलने की आदत हो गई थी। जिसके कारण उसके ऊपर काफी लोगों का कर्जा हो गया था। वर्ष-2022 में आर्मी की नौकरी छोड़कर घर वापस आ गया था। इसके बाद आरोपी और उसका छोटा भाई विकास अपने साथियों के साथ मिलकर सरकारी नौकरी हेतु विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उन्हें शारीरिक व लिखित परीक्षा में पास कराने का ठेका लेते थे।