हरिद्वार में स्वामी दिनेशानंद भारती गिरफ्तार, प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी का आरोप

हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि धोखाधड़ी के मामले में गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के 3 अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में ठगी और धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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रुड़की पुलिस ने एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में एक बड़ी ठगी का खुलासा किया है। पुलिस ने जमीन के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड स्वामी दिनेशानंद भारती को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके तीन साथी अभी फरार हैं। Swami Dineshananda Bharti Arrested In Fraud Case रुड़की सिविल लाइन कोतवाली पुलिस के मुताबिक, 9 जून 2024 को हरियाणा के सोनीपत निवासी सतबीर सिंह पुत्र राम चंद्र द्वारा महाराज दिनेशानंद, अजयराज, नूरहसन और जोगेंद्र पर प्रॉपर्टी दिखाकर एग्रीमेंट करने लेकिन जमीन की रजिस्ट्री करने से मुकरने और शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकी देकर बयाना राशि 9 लाख रुपए हड़पने के संबंध में तहरीर दी गई थी। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि स्वामी दिनेशानंद ने अपने चालक अजयराज और दो साथी नूर हसन व जोगेंद्र के साथ मिलकर एक गिरोह बना रखा है। यह लोग अन्य राज्यों के लोगों को उत्तराखंड में जमीन में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर लाखों की धोखाधड़ी करते हैं।

जांच में तमाम तथ्य सामने आने पर एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बुधवार की रात स्वामी दिनेशानंद को आश्रम से गिरफ्तार कर लिया ओर कोतवाली ले आई। पुलिस ने बृहस्पतिवार को स्वामी दिनेशानंद को रुड़की रामनगर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने पुलिस की रिमांड की अपील नामंजूर कर दी। जिससे उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस की ओर से बताया गया है कि नूर हसन को जमीन का फर्जी मालिक बनाते थे और अजयराज जमीन खरीदने वाले का विश्वास जीतने के लिए उसे स्वामी से मिलवाता था। ताकि उसे विश्वास हो जाए कि जो जमीन वह खरीद रहा है उसे स्वामी अच्छे मुनाफे पर खरीद लेंगे। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि गिरोह का आपराधिक इतिहास खंगाला तो पता चला कि उक्त लोगों के खिलाफ हरियाणा, मंगलौर में भी केस दर्ज हैं। जबकि स्वामी दिनेशानंद के खिलाफ हरिद्वार में वर्ष 2021 में हुई धर्म संसद में नफरती भाषण का भी केस दर्ज है। एसएसपी ने बताया कि गिरोह के लोगों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।