Hemkund Sahib: कल खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, खूबसूरत नजारों और रोमांच से भरी है यात्रा

हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुलेंगे। गोविंदघाट और घांघरिया में 2000 श्रद्धालु पहुंचे है। यात्रा को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई है।

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कल सुबह 25 मई को सुबह करीब दस बजे हेमकुंड साहिब के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए जाएंगे। Hemkund Sahib Yatra 2024 यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह बना हुआ है। चारधाम यात्रा पर उमड़ रही भीड़ को लेकर चिंतित सरकार और जिला प्रशासन के लिए हेमकुंड साहिब की यात्रा भी इस बार चुनौती भरी रहने वाली है। बेहद खूबसूरत और खड़ी चढ़ाई चढ़कर हेमकुंड साहिब तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी साल दर साल चारधाम यात्रियों की तरह बढ़ रही है। बर्फीले इलाकों के बीच चमोली जिले में स्थित यह गुरुद्वारा विश्व प्रसिद्ध है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि गंगोत्री-यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की तरह इस बार हेमकुंड साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी अधिक होगी।

गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि यात्रा को लेकर गोविंदघाट, घांघरिया और हेमकुंड साहिब में तैयारियां पूरी हो गई हैं। सभी गुरुद्वारे फूलों से सजाए गए हैं। श्रद्धालुओं का गोविंदघाट पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। बता दे, चमोली स्थित हेमकुंड साहिब उत्तराखंड का एक प्रमुख आध्यात्मिक स्थल है। यह स्थल सिख धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। इसे गुरु गोविंद सिंह, सिख धर्म के दसवें गुरु के बालिग होने के स्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है। यहां परंपरागत रूप से सिखों का आध्यात्मिक और सामाजिक संगठन केंद्र है। इसका महत्व उनके धार्मिक और आध्यात्मिक पहचान रखता है। हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। चारधाम यात्रा के अलावा हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी है।