लोकसभा चुनाव: उत्तराखंड कांग्रेस ने जारी किया घोषणापत्र, कांग्रेस न्याय पत्र की गिनाई उपलब्धियां

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो 'न्याय पत्र' के पांच न्याय और 25 गारंटियों के बारे में जानकारी दी। युवाओं, महिलाओं, किसानों, श्रमिकों और समाज के वंचित वर्गों के लिए पांच न्याय और 25 गारंटी का वायदा इसमें किया गया है।

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कांग्रेस की फायर ब्रांड नेता और तेज तर्रार प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। Uttarakhand Congress Manifesto इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के मेनिफेस्टो ‘न्याय पत्र’ के पांच न्याय और 25 गारंटियों के बारे में जानकारी दी। साथ ही सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 10 साल से जो देश के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है, उसका कांग्रेस मेनिफेस्टो में समाधान है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस अगर सत्ता में आती है तो अग्निवीर योजना समाप्त करके पूर्व की भांति सेना में भर्तियां की जाएंगी। की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कांग्रेस का घोषणापत्र कमरे में बैठकर पूंजी पतियों की लिस्ट पर नहीं बना है, बल्कि भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल ने लाखों लोगों से मुलाकात कर इसका खाका तैयार किया है। युवाओं, महिलाओं, किसानों, श्रमिकों और समाज के वंचित वर्गों के लिए पांच न्याय और 25 गारंटी का वायदा इसमें किया गया है।

उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र इस देश की आवाज है इसकी जो वेबसाइट है उसका नाम भी आवाज भारत की है। यह घोषणा पत्र भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान जिन करोड़ों करोड़ लोगों से हम इस देश के मिले जिनकी आशाओं को, अपेक्षाओं को, आकांक्षाओं को और आशंकाओं को भी, उनके दुख,कष्ट और तकलीफों को भी हमने सुना यह उसका प्रतिबिंब है और इस घोषणा पत्र के पांच प्रमुख बिंदु है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा इन 10 सालों में भाजपा शासन काल में बेरोजगारी चरम सीमा पर है, इसलिए बेरोजगारी दूर करने के लिए कांग्रेस ने युवा न्याय की बात की है। जिसमें 30 लाख रिक्त सरकारी पदों को भरा जाएगा। हर शिक्षित युवा को एक लाख की अप्रेंटिसशिप का अधिकार दिया जाएगा। पेपर लीक रोकने के लिए सख्त कानून बनाया जाएगा। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस अगर सत्ता में आती है तो अग्निवीर योजना समाप्त करके पूर्व की भांति सेना में भर्तियां की जाएंगी।