उत्तराखंड: बाघ का बच्चा अपनी माँ से बिछड़ा, देखभाल में जुटा वन महकमा

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उधम सिंह नगर के जसपुर के तराई पश्चिम वन प्रभाग की पतरामपुर रेंज के तीर्थ नगर बीट के जंगलों में दो दिन पहले एक नन्हा बाघ अपनी माँ से बिछड़ गया। Forest Department Care Tiger CuB गस्ती दलों को जंगल मे मीला अकेला नन्हा बाघ को विभाग चौकी अपने साथ ले आया, ताकि अन्य वन्य जीवों से उसकी जान बचाई जा सके। जिसकी अब देखभाल वन विभाग कर रहा है। साथ ही जंगल में उसकी मां की तलाश भी जारी है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी कारणवश उसकी मां उससे बिछड़ गई या फिर किसी खतरे की आशंका के चलते बाघिन ने अपने शावक को अस्थायी रूप से छोड़ दिया हो।

डॉक्टरों की सलाह पर नन्हे बाघ को जरूरी पोषण और दूध दिया जा रहा है। उसकी सेहत को लेकर पूरा ध्यान रखा जा रहा है। ताकि, वो किसी भी प्रकार की कमजोरी या तनाव से ग्रसित न हो। वहीं, दूसरी ओर वन विभाग जंगल में उसकी मां की तलाश भी कर रहा है। इस पूरे इलाके में कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं। ताकि, यह पता लगाया जा सके कि क्या बाघिन अब भी आसपास ही है? उम्मीद की जा रही है कि मां और बच्चे का मिलन फिर से संभव हो सके। वन विभाग का कहना है कि बाघ प्राकृतिक परिवेश में ही बेहतर पनपता है और यदि मां से मिलन संभव हो जाता है तो यह जंगल के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा।