प्रेमचंद अग्रवाल के बाद विपक्ष के निशाने पर आई स्पीकर ऋतु खंडूड़ी, विस अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग

कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतू भूषण खंडूरी से माँगा इस्तीफा, कहा विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष ऋतू भूषण खंडूरी ने किया पक्षपात। विधानसभा में मंत्री क़ो कुछ नहीं कहा लेकिन कांग्रेस विधायक क़ो डांटा जों कही से भी उचित नहीं था।

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उत्तराखंड बजट सत्र के दौरान पहाड़ों में रहने वाले लोगों पर विवादित टिप्पणी करने के बाद ऋषिकेश के विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को भारी विरोध झेलना पड़ा। आखिरकार रविवार को कैबिनेट मंत्री पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया। Demand Speaker Ritu Khanduri Resign प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद बीजेपी डैमेज कंट्रोल करने में लगी हुई है। वहीं विपक्ष दल कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर होता दिख रहा है। कांग्रेस ने अब स्पीकर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर भी कार्रवाई की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये मांग की। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य को पहाड़ और मैदान की राजनीति में बांटना चाहता है। आर्य ने कहा कि जिस प्रकार तत्कालीन कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को उनके पद से हटाया गया है उसी प्रकार विधानसभा अध्यक्ष और महेंद्र भट्ट के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी को तत्काल प्रेमचंद अग्रवाल पर कार्रवाई करनी चाहिए थी और उनके बयान को विधानसभा के रिकॉर्ड से निकालने के आदेश देने चाहिए था। साथ ही उन्हें ऐसी भाषा के प्रयोग के लिए टोकना और रोकना चाहिए था। यशपाल आर्य ने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन में जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया था, उसके लिए विधानसभा अध्यक्ष खंडूड़ी को उन्हें नोटिस देना चाहिए था और उन शब्दों को सदन की कार्यवाई से बाहर निकालना चाहिए था, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष खंडूड़ी ने ऐसा कुछ नहीं किया, बल्कि उन्होंने जनता का अपमान सुनती रही। आज तक भी विधानसभा की कार्रवाई को जारी नहीं किया गया है यही नहीं सदन के अंदर नेता सदन भी मौजूद थे उन्होंने भी कोई हस्तक्षेप नहीं किया आखिर क्यों सवाल उठता है कि आखिर सरकार की क्या मंशा है यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि अभी तक विधानसभा अध्यक्ष के दुर्व्यवहार के लिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न किया जाना संशय पैदा कर रहा है।