पीपीपी मोड़ (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) से हटने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के पास आते ही जिला चिकित्सालय पौड़ी की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी गई है। Arrangements of District Hospital Pauri जिला अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों, डॉक्टरों, नर्सिंग अधिकारियों, पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती कर दी गई है। जिससे अस्पताल में सभी चिकित्सकीय सुविधाएं सुचारू हो गई है। इसके अलावा आवश्यकतानुसार रोटेशन के आधार पर चिकित्सकों की तैनाती भी अस्पताल में की गई है ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो और उन्हें तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया की जा सके। चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि जिला चिकित्सालय पौड़ी में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि आमजन और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर जिला अस्पताल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप (पीपीपी मोड़) से हटा कर स्वास्थ्य विभाग ने अपने हाथों में ले लिया है और इसका संचालन अब स्वास्थ्य विभाग खुद करेगा। उन्होंने कहा कि अंडर टेकिंग प्रक्रिया के बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिकता के तहत 7 विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही 18 चिकित्सकों की तैनाती जिला अस्पताल में कर दी है। जिसमें सर्जन, पेडियाट्रिशन, गायनेकोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, एनेस्थेटिस्ट और ऑप्थलमोलॉजिस्ट शामिल है। इन सभी चिकित्सकों ने अस्पताल में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इसके अलावा 34 नर्सिंग ऑफिसर्स सहित लैबटेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन सहित अन्य मेडिकल स्टॉफ ने जिला अस्पताल में मोर्चा सम्भाल लिया है।