All India Police Science Congress: देहरादून में हो रही 49वीं ऑल इंडिया पुलिस साइंस कांग्रेस के दूसरे दिन भी विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारियों के बीच आंतरिक सुरक्षा पर चिंतन किया गया। इस दौरान अत्याधुनिक उपकरण की प्रदर्शनी के साथ ही सोशल मीडिया की चुनौतियों पर भी बात हुई। आतंकवादियों की भर्ती हेतु सोशल मीडिया के चैट रूम्स का उपयोग किया जा रहा है। देश की आंतरिक सुरक्षा को प्रभावित करने एवं विदेश ताकतों द्वारा अपने हितों के लिए निर्धारित एजेंडा फैलाने के लिए भी सोशल मीडिया को माध्यम बनाया जा रहा है।
कार्यक्रम के दूसरे दिन राज्यपाल महामहिम रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह भी यहां पहुंचे। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा, साइबर अपराध इन दिनों सबसे बड़ी चुनौती है। ऐसे में पुलिस को साइबर अपराधियों से 10 गुना आगे की सोच रखनी होगी, तभी इस चुनौती से निपटा जा सकता है। कहा, पुलिस को चाहिए कि वह साइबर की समझ रखने वाले दक्ष कर्मचारियों की टीम बनाए। कहा, अभी पुलिस को अपने इंटेलीजेंस तंत्र को और अधिक मजबूत करना होगा। वर्तमान में अपराधी, अपराध करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। उनसे एक कदम आगे बढ़कर अपने आप को तैयार रखने की जरूरत है।
इस दौरान पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सभी डेलिगेट्स के साथ पुलिस टेक एग्जीबिशन का भी भ्रमण किया। उन्होंने मेक इन इंडिया योजना के तहत उच्च व स्वदेशी तकनीक से निर्मित स्मार्ट वेपंस और दूसरे उपकरणों को पुलिस आधुनिक कारण में शामिल करने पर जोर दिया। इस एग्जीबिशन में फॉरेंसिक साइंस, ड्रोन, रोबोटिक, स्मार्ट वेपंस, आईपी कैमरे, टेलीस्कोप, वायरलेस और साइबर सुरक्षा से जुड़े उपकरणों के स्टाल लगाए गए। इस पुलिस साइंस कांग्रेस में जो भी सुझाव पुलिस अधिकारियों के पास आए हैं, उन पर गंभीरता से विचार कर अपनी कार्यप्रणाली में शामिल करें।