अगर आपको कोई कार में लिफ्ट देने को कहें तो सावधान रहें। लिफ्ट देने वाला लुटेरों का गिरोह भी हो सकता है। Car Lift Loot Uttarakhand ऐसे ही एक मामले में तीन शातिर लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने कैश और सोने की चेन बरामद की है। खास बात ये है कि ये लोग गढ़वाली बोलकर भोले-भाले लोगों को अपने कार में बैठाते थे, फिर रास्ते में उनका सामान बदल देते थे। इसके बाद कुछ दूर जाकर बहाना बनाकर उन्हें गाड़ी से उतार देते थे। देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ऋषिकेश में लिफ्ट देकर वाहन में ठगी करने की दो घटनाएं सामने आई थी। इस मामले में खिलानंद नौटियाल और चेतूराम ने पुलिस में तहरीर दी थी। दोनों घटनाओं में सोने की चेन और 61 हजार रुपए नकद की ठगी हुई थी। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर ठगों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए।
जिसके बाद कोतवाल राजेंद्र सिंह खोलिया और एसओजी प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट की टीम ने खांड गांव के पास से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी बस अड्डे में पहाड़ जाने वाले भोले वाले यात्रियों को अपनी ठगी का शिकार बनाते थे। इसमें मुख्य रूप से जगत सिंह गढ़वाली बोलकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था, फिर उन्हें कार में बैठा लेते थे। इसके बाद आगे चलकर चेकिंग का बहाना बनाकर उनके सारे पैसे और जेवरात एक लिफाफे में रखवा देते थे। फिर शातिराना तरीके से उस लिफाफे को बदल देते थे। कुछ दूर जाकर फिर कुछ बहाना बनाकर उन्हें कार से उतार देते थे। गढ़वाली में बात करने पर पहाड़ के भोले भाले लोग आसानी से कार में बैठ भी जाते थे। जिसके बाद उनके साथ ठगी हो जाती थी।
लिफ्ट देकर ठगी करने वाले आरोपियों के नाम-
- अब्दुल मलिक, निवासी- दिल्ली
- मोहम्मद कासिफ, निवासी- दिल्ली
- जगत सिंह, निवासी- चमोली, उत्तराखंड