उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने डीजीसी बालकृष्ण भट्ट हत्या के आरोपी सुरेश शर्मा को जमशेदपुर (झारखंड) से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। DGC Balkrishna Bhatt Murder Case बद्रीनाथ में संपत्ति विवाद को लेकर डीजीसी बालकृष्ण भट्ट की हत्या करने के बाद अपराधी पर 2 लाख रुपये का इनाम था। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने एएनआई को बताया कि सुरेश शर्मा नाम का यह अपराधी 1999 से वांछित था और जब 2005 में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन हुआ, तो उसे पकड़ना मुख्य काम था। उसे झारखंड में गिरफ्तार किया गया। सुरेश शर्मा की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ, उत्तराखण्ड की स्थापना के समय से प्रयासरत थी। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अन्य राज्यों के विशेष पुलिस बल भी इस गिरफ्तारी में जुटे हुए थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
उत्तराखण्ड के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने राज्य में लंबे समय से वांछित इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर को विशेष निर्देश दिए। इन निर्देशों के तहत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ आरबी चमोला के निकट पर्यवेक्षण में एक टीम का गठन किया और लंबे समय से फरार इस अपराधी की गिरफ्तारी के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। भुल्लर ने एएनआई को बताया उसे झारखंड में गिरफ्तार किया गया था और हम उसे ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाए थे। हमने उसकी 24 साल पुरानी तस्वीर और पुराने डेटाबेस से उसके फिंगरप्रिंट का मिलान करके उसे गिरफ्तार किया। वह कोलकाता में मनोज जोशी के नाम से रह रहा था और कपड़े बेचता था। हम उससे पूछताछ कर रहे हैं ताकि पता लगाया जा सके कि वह पश्चिम बंगाल में किसी अन्य आपराधिक गतिविधि में शामिल था या नहीं।