देहरादून के अलकनंदा एन्क्लेव में सेवानिवृत्त ओएनजीसी इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग की हत्या लूट के इरादे से की गई थी। ONGC Retired Engineer Murder Case चार दिन की जांच और 750 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी, बुजुर्ग को डरा धमकाकर पैसा वसूलने घर में घुसे थे। लेकिन पैसे न मिलने पर और पहचाने जाने के डर से आरोपियों ने बुजुर्ग की हत्या कर दी थी। पूछताछ में आरोपी नवीन ने बताया कि वह पेस्ट कंट्रोल का काम करता है। पत्नी गर्भवती है तो भूतल पर किराये का कमरा ढूंढ रहा था। उसने अपने दोस्त अनंत को बताया। अनंत ने बताया कि उसकी कॉलोनी में एक बुजुर्ग के मकान में कमरा खाली है। दोनों नौ दिसंबर को दोपहर के समय पैदल बुजुर्ग के घर कमरा देखने गए। जहां अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि वह सिर्फ परिवार को ही कमरा देते हैं।
इस पर दोनों ने बुजुर्ग को शाम के समय आकर परिजनों से बात करवाकर एडवांस किराया देने की बात कही। इसके बाद दोनों वापस आ गए। दोनों ने बुजुर्ग को अकेला देखा तो डरा धमकाकर उनसे पैसे लूटने की साजिश रच डाली। शाम के समय फिर दोनों बुजुर्ग के घर गए। बुजुर्ग ने दोनों के लिए चाय भी बनाई। इस दौरान टेबल पर रखी बुजुर्ग की पासबुक दोनों ने दे ली। इसमें काफी रकम होने की जानकारी मिली। इस पर दोनों अशोक कुमार को कमरा दिखाने के बहाने घर के पिछले हिस्से में ले गए। जहां अपने पास रखे पेपर कटर से डराकर पैसों की मांग की, लेकिन बुजुर्ग ने नकद पैसा न होने की बात कही। इसके बाद दोनों ने मृतक से उसके एटीएम का पासवर्ड बताने का दबाव बनाया। बुजुर्ग ने पासवर्ड देने में आनाकानी की तो आरोपियों ने पेपर कटर से बुजुर्ग के सीने और पेट पर कई वार किए। बुजुर्ग चिल्लाने लगे तो आसपास के लोग गेट पर आ गए। लोगों की आवाज सुन दोनों बुजुर्ग के सीने पर वार कर फरार हो गए।