उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं पर पॉलिटिक्स एक बार फिर से शुरू हो गई है। इसके लिए सरकार से लेकर संगठन स्तर तक होमवर्क पूरा हो गया है। Uttarakhand Cabinet Expansion दिल्ली से हाईकमान की हरी झंडी मिलते ही विस्तार कर दिया जाएगा। इसके लिए अभी चार विधायकों की लॉटरी लगने का दावा किया जा रहा है। उत्तराखंड में मंत्रिमंडल की चार सीटें रिक्त हैं। सीएम धामी ने भी पहली बार मीडिया में इसको लेकर खुलकर बात की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में सब कुछ संगठन स्तर से होता है इसकी प्रक्रिया चल रही है। उधर प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार को लेकर होमवर्क पूरा हो गया है, शीर्ष नेतृत्व की हरी झंडी के बाद जल्द इस संदर्भ में कार्रवाई की जाएगी। मंत्रिमंडल में जगह पाने को लेकर भाजपा के तमाम विधायक अपने स्तर से जोर आजमाइश में जुटे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने दूसरे कार्यकाल की जब शपथ ली थी, तब मंत्रिमंडल में तीन पद रिक्त रखे गए थे। राज्य में मुख्यमंत्री समेत 12 सदस्य ही मंत्रिमंडल में हो सकते हैं। बाद में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन के कारण मंत्रिमंडल में रिक्त पदों की संख्या बढ़कर चार हो गई। इस सबको देखते हुए अक्सर ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा होती आई है। मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरों के दौरान इसे लेकर चर्चा अधिक होती है। अब यह विषय फिर से चर्चा के केंद्र में है। वजह है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का हालिया दिल्ली दौरा। यही नहीं, कई मंत्रियों ने भी इस बीच दिल्ली दौड़ लगाकर शीर्षस्थ नेताओं के दरबार में हाजिरी लगाई। इससे राजनीतिक गलियारों में भी हलचल होने लगी। यद्यपि, मुख्यमंत्री को तो अक्सर दिल्ली जाना पड़ता है, लेकिन मंत्रियों की दिल्ली दौड़ को सामान्य नहीं माना जा रहा। इसे मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर भी देखा जा रहा है।