उत्तराखंड में साल 2016 की यादें एक बार फिर ताजा हो रही हैं। खास बात यह है कि इस बार भी दल-बदल के चक्रव्यूह में कांग्रेस ही फंसी है। Harish Rawat On Defection Leaders लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले यहां कांग्रेस में भगदड़ की हालात मची हुई है। ऐसे में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने दलबदल कर जा रहे नेताओं को लेकर प्रतिक्रिया जारी की है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर बिना नाम लिए अपने पुराने सहयोगियों को खरी-खरी सुनाई। हरीश रावत ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा कि बिन कहे रहा न जाए, मीडिया कुरेद-कुरेद कर पूछ रहा है कि आपके कई करीबी हैं जिनको सारी नियामतें उनके गले में हार बनाकर डाल दी, वह भी क्यों साथ छोड़ रहे हैं?
मैंने कहा हर किसी के नाराजगी के कुछ न कुछ कारण होते हैं। कुछ लोग इसलिS नाराज हैं, वह मेरे कार्यकाल में एक एसडीएम को एडीएम बनाने की सुपारी ले चुके थे। एक पूज्यनीय इसलिए नाराज हैं, स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश की कुछ संपत्तियों को मैंने उनके संगठन के नाम पर करने से इनकार कर दिया। एकाद सज्जन ऐसे भी हैं कि उनको देते-देते अंत में जब मेरे पास भी देने के लिए कुछ नहीं रह गया तो वह बड़े दाताओं के पास पहुंच गए हैं। देखते हैं वहां क्या मिलता है? हमारी शुभकामनाएं हैं। यहां से कुछ ज्यादा उनको मिले और जहां गए हैं वहां वफादार रहें’। हरीश रावत की इस पोस्ट के बाद इंटरनेट मीडिया पर यूजर्स खूब कमेंट्स कर रहे हैं। कुछ तो हरीश रावत को ही चिंतन की सलाह दे रहे हैं।