केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसा: आर्यन हेली एविएशन के खिलाफ मुकदमा दर्ज, कंपनी देगी मुआवजा

Share

15 जून सुबह करीब 5:30 बजे आर्यन एविएशन एंजेसी का हेलीकॉप्टर गौरीकुंड में क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ से सवारियां लेकर गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी। Helicopter Crash In Kedarnath इस हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई। मामले में आर्यन के प्रबन्धक एवं एकाउंटेबल मैनेजर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों को ही इस घटना के लिए जिम्मेदार माना गया है। केदारघाटी के लिए संचालित होने वाली आर्यन एविएशन प्रालि के हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त (क्रैश) मामले में कंपनी के बेस मैनेजर विकास तोमर तथा एकाउंटेबल मैनेजर कौशल पाठक पर मुकदमा दर्ज हुआ है। हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए मृतकों के परिजनों को आर्यन हेली एविएशन कंपनी पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देगी।

तहरीर में कहा गया कि डीजीसीए और यूकाडा ने जारी एसओपी में फ्लाइंग स्लॉट के हिसाब से उड़ान करने को कहा था। इस बारे में आर्यन एविएशन के बेस मैनेजर विकास तोमर और एकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक ने अनदेखी की, जो दायित्यों के प्रति घोर लापरवाही है। फाटा राजस्व उप निरीक्षक ने हादसे में सात लोगों की मौत के लिए कंपनी के दोनों मैनेजरों को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना है। उनके खिलाफ कोतवाली सोनप्रयाग में भारतीय दंड संहिता की 28/2025 धारा 105, भारतीय न्याय संहिता 2023 और धारा 10 वायुयान अधिनियम 1934 बनाम विकास तोमर और कौशिक पाठक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार ने कमांड और कोऑर्डिनेशन सेंटर स्थापित करने का फैसला किया है। यह सेंटर भक्तों को लेकर उड़ान भरने वाले हेलीकॉप्टर के साथ बेहतर तरीके से समन्वय बनाएगा।