टिहरी जिले में बीते दिनों गुलदार के हमले से दहशत का माहौल है। शनिवार को एक 13 वर्षीय किशोरी साक्षी पर घात लगाए गुलदार ने हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। Terror Of Leopard In Tehri घटना के बाद से गांव में भय और आक्रोश का माहौल है। हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए वन विभाग और पुलिस टीम को क्षेत्र में तैनात कर दिया है। वहीं शिक्षा विभाग ने गुलदार प्रभावित प्राथमिक विद्यालयों में तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया है। साथ ही विद्यालयों में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है। वन विभाग के 22 गार्डों की टीमें लगाई गई हैं। साथ ही गुलदार की लोकेशन ट्रेस करने के लिए 20 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं और 6 टीमें बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि महरगांव में ड्रोन से भी गुलदार पर निगरानी रखी जा रही है।
हिंदाव पट्टी के कोट गांव निवासी वीरेंद्र सिंह कैंतुरा की बेटी साक्षी (13) शनिवार को अपराह्न करीब साढ़े चार बजे दुकान से सामान लेकर घर लौट रही थी। वह अपने घर से महज 50 मीटर की दूरी पर थी जब घात लगाए बैठे गुलदार ने उस पर हमला कर दिया। गुलदार के हमले के बाद साक्षी ने बचाव के लिए शोर मचाना शुरू कर दिया, लेकिन जब तक लोग मौके पर पहुंचते गुलदार उसे घसीटकर झाड़ियों में लेकर चला गया। ग्रामीणों ने शोर मचाते हुए गुलदार के निशान का पीछा किया और करीब 50 से 60 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में साक्षी का क्षत-विक्षत शव पड़ा मिला। ग्रामीणों ने बताया कि शाम होते ही सभी लोग अपने घरों में दुबकने के लिए मजबूर हैं। गांव में एक गुलदार नहीं है, बल्कि तीन-चार गुलदार हैं, जो आदमखोर हो रखे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से सीघ्र गुलदार को मारने की मांग उठाई है।