राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रक्षा अलंकरण समारोह 2024 के दौरान सेना प्रमुख और अन्य अधिकारियों को विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्रदान किए। Lieutenant General Vikas Lakhera इस दौरान सभी सेना अधिकारियों की देश सेवा की राष्ट्रपति ने सराहना की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा को अति विशिष्ट सेवा पदक (AVSM) प्रदान किया। इससे पहले उन्हें सेना मेडल, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड और दो जीओसी-इन-सी कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया है। विकास लखेड़ा इस समय असम राइफल्स में इंस्पेक्टर जनरल (नॉर्थ) की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। लेफ्टिनेट जनरल विकास लखेड़ा को 5 जून 2022 को आईजीएआर (नॉर्थ) में नियुक्त किया गया था। 9 जून, 1990 को भारतीय सेना की सिख लाइट इंफैंट्री में कमीशन मिला।
लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा संघर्ष विराम से पूर्व नागालैंड में भी सेवाएं दे चुके हैं, उन्हें जम्मू-कश्मीर और असम में आतंकवाद विरोधी अभियानों की योजना बनाने और संचालन का व्यापक अनुभव है। वह सेना के वरिष्ठ अधिकारी हैं और उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला में डिविजनल ऑफिसर और सामरिक प्रशिक्षण अधिकारी, जीओसी-इन-सी के सैन्य सलाहकार, मुख्यालय पूर्वी कमांड, स्टाफ ऑफिसर और सेना प्रमुख के उप सैन्य सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। विकास लखेड़ा का जन्म 26 फरवरी 1969 को जखंड गांव में हुआ था। उनकी पत्नी विभा लखेड़ा सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता और गृहिणी हैं। उनके दो बेटे अर्जुन लखेड़ा और कृष्ण लखेड़ा हैं। विकास लखेड़ा डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने सिकंदराबाद के कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट से उच्च रक्षा प्रबंधन पाठ्यक्रम की पढ़ाई की है।