केदारनाथ सीट पर फिर खिला कमल, आशा नौटियाल तीसरी बार चुनी गईं विधायक

केदारनाथ सीट उपचुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सीट पर दोबारा कब्जा कर लिया है। भाजपा की आशा नौटियाल ने कांग्रेस के मनोज रावत को 5 हजार से भी ज्यादा वोटों से हरा दिया है।

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केदारनाथ उपचुनाव सीट पर भाजपा ने कमल खिलाया है। भाजपा की आशा नौटियाल ने कांग्रेस के मनोज रावत को हराकर जीत हासिल की है। BJP Candidate Asha Nautiyal Won यहां कांग्रेस के मनोज रावत और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिला है। इस सीट पर कुल 6 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। आशा की जीत से उत्तराखंड बीजेपी में खुशी की लहर है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रत्याशी की जीत की खुशी में पटाखे फोड़े और मिठाई बांटी। भाजपा ने 5623 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। भाजपा प्रत्‍याशी आशा नौटियाल को 23814 वोट‍ मिले। वहीं कांग्रेस प्रत्‍याशी मनोज रावत को 18191 मत प्राप्‍त हुए हैं। भाजपा ने 5623 वोटों से जीत दर्ज की है। वहीं केदारनाथ सीट पर आशा नौटियाल की जीत ने सालों से चले आ रहे मिथक को सच किया है। वो यह कि इस सीट पर महिला प्रत्‍याशी की जीत होती है।

केदारनाथ उपचुनाव सिर्फ एक विस सीट नहीं रहा। इस सीट पर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा की प्रतिष्ठा नहीं विचारधारा भी दांव पर लगी थी। बदरीनाथ में हार के बाद उसे वैचारिक मोर्चे पर रक्षात्मक होना पड़ा था। पार्टी ऐसी असहज स्थिति दोबारा नहीं बनने देना चाहती थी। इसलिए पार्टी ने उपचुनाव पूरी ताकत झोंकी। 90 हजार से अधिक मतदाता वाली केदारनाथ विधानसभा की जनता ने शनिवार को अपना जनादेश दिया। जनता ने भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को अपना विधायक चुना है। इसी के साथ केदारनाथ विधानसभा में महिला प्रत्याशी की जीत का मिथक भी भाजपा ने दोहराया। पिछले करीब तीन महीने से उपचुनाव की तैयारी में जुटे सियासी दलों की तैयारियों और प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के लगातार 17 दिन तक किए धुआंधार प्रचार का फल जनता ने भाजपा की झोली में डाला। अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए भाजपा ने कई कसर नहीं छोड़ी।