उत्तराखंड: स्कूल की प्रेयर में एक साथ बेहोश हुई कई छात्राएं, स्कूल प्रबंधन ने बताई ये वजह

देहारादून के चकराता ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाड़ी में छात्राओं के अचानक बेहोश हो गई। अभिभावक इसको स्कूल की भूमि से जुड़े अंधविश्वास से जोड़कर देख रहे हैं।

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पहाड़ों से अक्सर ये खबरें सुनने को मिलती है कि स्कूल में छात्राएं अचानक चिल्लाने लगती हैं। इससे पहले भी कई जिलों में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। Girl students suddenly started screaming in Dehradun school अब देहारादून जिले में भी ये हो गया है। देहारादून के चकराता ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाड़ी में छात्राओं के अचानक बेहोश हो गई। इससे छात्राओं के अभिभावकों में भी डर बना हुआ है। कई अभिभावक इसको स्कूल की भूमि से जुड़े अंधविश्वास से जोड़कर देख रहे हैं। उनका कहना है कि कई छात्राएं सुबह बिना नाश्ता किए करीब चार से पांच किलोमीटर की दूरी तय कर स्कूल पहुंचती हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह असवाल ने बताया कि कई बच्चे पांच छह किलोमीटर की दूरी तय कर स्कूल आते हैं। बताया कि इनमें से खासकर कई छात्राएं सुबह नाश्ता कर नहीं आती है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि मंगलवार को विद्यालय में प्रार्थना सभा के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती का कार्यक्रम भी किया गया। कार्यक्रम में करीब आधा घंटा खड़ा रहने के दौरान तीन छात्राएं बेहोश होकर नीचे गिर गई। कुछ देर में छात्राओं को होश आया और वह सामान्य हो गईं। बता दें कि इससे पूर्व पिथौरागढ़, उत्तरकाशी समेत उत्तराखंड के कई पहाड़ी जिलों में मास हिस्टीरिया के मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में जब भी किसी स्कूल में छात्राएं बेहोश होती हैं या फिर अजीब हरकतें करने लगे तो मामले को मास हिस्टीरिया से जोड़ दिया जाता है। लेकिन इस बार स्कूल प्रशासन का अलग तर्क है।