दिल्ली के बुराड़ी में बन रहे केदारनाथ मंदिर पर जारी विवाद हर गुजरते दिन के साथ और गहराता जा रहा है। Delhi kedarnath Mandir Controversy दिल्ली में बीते बुधवार (10 जुलाई, 2024) को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ मंदिर के भूमि-पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इसका शिलान्यास किया। जिसके बाद ये मुद्दा बीजेपी के गले की फांस बन गया है। कांग्रेस केदारनाथ मंदिर विवाद को लेकर आक्रामक मोड में है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। हरिद्वार में कांग्रेस ने पुतला दहन कर दिल्ली के बुराड़ी में बन रहे केदारनाथ मंदिर का विरोध किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए केदारनाथ धाम के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ बताया है।
इस दौरान महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग में कहा जिस तरह से दिल्ली के बुराणी में केदारनाथ धाम का मंदिर बनाकर केदारनाथ धाम के प्रति लोगों की आस्था के साथ धामी सरकार ने खिलवाड़ किया है इसके विरोध के लिए हमने पुतला दहन किया है। आने वाली 24 जुलाई को हर की पैड़ी पर मां गंगा में स्नान करके हमारे प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा केदारनाथ के लिए यहां से यात्रा करेंगे। अब भाजपा ने श्री केदारनाथ धाम को लेकर कांग्रेस की पदयात्रा को राजनीति से प्रेरित बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, धामों के महात्म को कमतर करने का साहस किसी में नहीं है, कांग्रेस की यात्रा केदारनाथ उपचुनाव में लाभ उठाने के लिए झूठ और भ्रम फैलाने की साजिश का हिस्सा है।