राजनिति: मुख्यमंत्री और मंत्रियों के दिल्ली दौरों से चढ़ा सियासी पारा, इशारा कैबिनेट विस्तार की ओर

मुख्यमंत्री और मंत्रियों के हालिया दिल्ली दौरों के बाद से राजनीतिक गलियारों में नई-नई चर्चाएं हो रही हैं। मंत्रिमंडल विस्तार होने पर चार विधायकों की लॉटरी लग सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि कुछ मंत्री या उनके विभाग भी बदले जा सकते हैं।

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बीते दिनों दिल्ली में चल रहे संसद के मॉनसून सत्र के दौरान उत्तराखंड के सांसदों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से का लंबा दौर चला। Uttarakhand leaders meet PM Modi बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने दिल्ली के चक्कर काटे, जिसके कारण उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारों में नई-नई चर्चाएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी दिल्ली से देहरादून लौट गए है। जिसके बाद एक बार फिर सियासत गरमा गई है। भाजपा के अंदरखाने अब कैबिनेट विस्तार की हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि निकाय चुनाव से पहले धामी सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार और दायित्व बांट सकती है। हालांकि सावन मास पूरा होने के बाद ही शुभ मूहुर्त में ही मंत्रिमंडल का विस्तार संभव है। जिसके लिए विधायक देहरादून से दिल्ली तक दौड़ लगाने के साथ ही दावा पेश कर रहे हैं।

प्रदेश के बड़े नेताओं मंत्री धन सिंह रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत, सांसद नरेश बंसल, पूर्व सीएम एवं सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात कर चुके हैं। जबकि पूर्व सीएम डॉ रमेश पोखरियाल निशंक अमित शाह से मिलकर अपना पक्ष रख चुके हैं। अब यह विषय फिर से चर्चा के केंद्र में है। वजह है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का हालिया दिल्ली दौरा। यही नहीं, कई मंत्रियों ने भी इस बीच दिल्ली दौड़ लगाकर शीर्षस्थ नेताओं के दरबार में हाजिरी लगाई। इससे राजनीतिक गलियारों में भी हलचल होने लगी। यद्यपि, मुख्यमंत्री को तो अक्सर दिल्ली जाना पड़ता है, लेकिन मंत्रियों की दिल्ली दौड़ को सामान्य नहीं माना जा रहा। इसे मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर भी देखा जा रहा है।