देहरादून गैंगरेप केस के बाद तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। Dehradun Gang Rape Case इस मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए पांचों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही एसआईटी टीम गठित कर मामले को जांच चल रही है। वहीं घटना के बाद रोडवेज प्रबंधन भी जागा है। राजधानी देहरादून के आईएसबीटी में गैंगरेप की घटना के तीन दिन बाद आखिरकार रोडवेज ने तेजी दिखाते हुए अब अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। रोडवेज प्रबंधन ने तमाम अनुबंधित बसों पर चल रहे चालक और कंडक्टर के पुलिस सत्यापन को अनिवार्य कर दिया है। वहीं अनुबंधित बसों के मालिक पर 25-25 हजार रुपए तात्कालिक जुर्माना लगाने के निर्देश दे दिए हैं।
इसके साथ ही इस बात की रिपोर्ट भी सभी आईएसबीटी और मुख्यालय से अटैच ऑफिस को देनी होगी की कितनी बसों में सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं और पैनिक बटन लगे हुए हैं। दिन हो या रात 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा से जुड़े पैनिक बटन को ऑन करके रखना होगा। रोडवेज एमडी डॉक्टर आनंद श्रीवास्तव ने अतिरिक्त गार्ड लगाने के निर्देश विभाग को दिए हैं। साथ ही तमाम जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी अनिवार्य कर दिए गए हैं। आनंद श्रीवास्तव ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि इसकी जितनी भी निंदा की जाए उतनी कम है। इसके साथ ही देहरादून एसएसपी अजय सिंह की मानें तो आरोपियों की कस्टडी रिमांड जल्द ही मांगी जाएगी। मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर, गैंगरेप केस की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है।