पहाड़ पर रेल का सपना जल्द होगा पूरा: 86 फीसदी काम पूरा, साल 2027 तक कर्णप्रयाग पहुंच जाएगी रेल

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के बीच रेल का सफर करने के लिए लोगों को अभी करीब दो साल का इंतजार और करना पड़ेगा। रेल विकास निगम लिमिटेड ने पहाड़ पर ट्रेन चढ़ाने की डेडलाइन को बढ़ा दिया है।

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दिसंबर 2027 तक ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेल पहुंच जाएगी। आरवीएनएल परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत यादव ने यह जानकारी दी। Rishikesh Karnprayag Train Work ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के बीच रेल का सफर करने के लिए लोगों को अभी करीब दो साल का इंतजार और करना पड़ेगा। रेल विकास निगम लिमिटेड ने पहाड़ पर ट्रेन चढ़ाने की डेडलाइन को बढ़ा दिया है। इसकी वजह पहाड़ों की भौगोलिक परिस्थिति को बताया गया है। रेल विकास निगम लिमिटेड के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर अजीत यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 104 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना में 85 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का काम पूरा कर लिया गया है। इस हिसाब से 86% का काम अब तक रेल विकास निगम ने किया है।

कुल 40 टनल ब्रेकथ्रू होने हैं। 10 टनलों के ब्रेकथ्रू मार्च 2025 तक होने की उम्मीद है। बाकी के दो ब्रेकथ्रू दिसंबर 25 तक होंगे। जबकि, मार्च 2026 तक 213 किलोमीटर की रेलवे लाइन बिछाने का पूरा काम कर लिया जाएगा। दिसंबर 2026 या जनवरी 2027 से लोगों को ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक जाने की रेल सुविधा मिलनी शुरू होगी। उन्होंने बताया कि यह पूरा रेलवे ट्रैक हाईटेक तकनीक से बनाया जा रहा है। जिसमें टनल तोड़ने के लिए न तो बारूद का इस्तेमाल किया जा रहा है, ना ही किसी भी प्रकार से पहाड़ को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। रेलवे ट्रैक को तैयार करने के साथ सभी 12 स्टेशन पर रेलवे स्टाफ के लिए बिल्डिंग निर्माण का कार्य भी जल्द शुरू किया जाएगा।