उत्तरकाशी में भूकंप के झटके लगातर महसूस हो रहे है। पिछले सात दिनों में उत्तरकाशी की भूमि नौ बार भूकंप के झटकों से डोल चुकी है। Uttarakhand Earthquake Tremors हालांकि, गनीमत यह है कि भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली है। इन भूकंप के झटकों के पीछे की एक बड़ी वजह हिमालय की गोद में बसे उत्तरकाशी जनपद से मेन सेंट्रल थ्रस्ट याने कि मुख्य केंद्रीय भ्रंश (एमसीटी) का गुजरना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र के नीचे के लगातार विवर्तनिक हलचल चलती रहती है, जो कि भूकंप का कारण बनती है। विशेषज्ञों की मानें तो लगभग 50 मिलियन वर्ष पूर्व हिमालय का निर्माण इंडियन और यूरेशियन प्लेटों के आपस में टकराने से हुआ था। इंडियन प्लेट आज भी यूरेशियन प्लेट की ओर लगातार गति कर रही हैं।
डीएम मेहरबान सिंह बिष्ट ने आम लोगों को सतर्क रहने और भूकंप के लिहाज से सुरक्षा के लिए जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की। इसके अलावा आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों और संगठनों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि भूकंप के झटकों की पुनरावृत्ति होने से आम लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। न ही अफवाहों या भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान दें, लेकिन सभी लोगों को सावधान रहकर भूकंप से सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक एहतियातों का पालन करने की जरूरत है। साथ ही किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखनी जरूरी है। उत्तरकाशी एवं आस पास के क्षेत्र में बीती 24 जनवरी से लगातार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए जा रहे हैं। इनमें से कुछ झटके रिक्टर स्केल पर दर्ज भी नहीं हुए हैं।