उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी एक जून यानी आज से पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी। Valley of Flowers opened for tourists IFS बीवी मर्तोलिया पूरी टीम के साथ घांघरिया बेस कैंप पहुंच चुके हैं। आज सुबह वैली ऑफ फ्लावर्स के मुख्य प्रवेश द्वार पूजा अर्चना के बाद पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों की आवाजाही हेतु खोल दिए गए हैं। 31अक्टूबर तक आम पर्यटकों के लिए फूलों की घाटी खुली रहेगी। वैली ऑफ फ्लावर्स नेशनल पार्क प्रबंधन ने घाटी को खोलने की सभी ओपचारिक तैयारियां पूरी कर ली थीं। घांघरिया से लेकर बामन ढोड तक के 5 किलोमीटर के पैदल ट्रेक रूट को आवाजाही के लिए वन विभाग ने दुरस्त कर दिया था। ग्लेशियर के आसपास चलने के लिए पगडंडी बनाई गई है।
उप वन संरक्षक बीबी मर्तोलिया ने घांघरिया बेस कैंप से 48 पर्यटकों के पहले दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डीएफओ ने बताया कि सेंचुरी एरिया होने के कारण पर्यटक फूलों की घाटी में रात्रि को नही रूक सकते है। उन्होंने बताया कि वैली ऑफ फ्लावर ट्रैकिंग के लिए देशी नागरिकों को 200 रुपये तथा विदेशी नागरिकों के लिए 800 रुपये ट्रेक शुल्क निर्धारित है। ट्रैक को सुगम और सुविधाजनक बनाया गया है। फूलों की घाटी के लिए बेस कैंप घांघरिया से टूरिस्ट गाइड की सुविधा भी उपलब्ध है। इस साल फूलों की घाटी 31अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए खुली रहेगी। फूलों की घाटी ट्रैक अपने फूलों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। इस घाटी के रोचक बात ये है कि ये घाटी हर 15 दिन में अपना रंग बदल लेती है। फूलों की कुछ प्रजाति ऐसी है जो आपको सिर्फ यही देखने को मिलती है।