Urvashi Rautela’s ‘temple’ in Badrinath, claim true or false, exposed | Uttarakhand News

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बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला ने एक बार फिर से अजीबोगरीब बयान दिया है, जिससे कई लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। उर्वशी रौतेला के इस बयान का चारधाम के तीर्थ-पुरोहितों तक ने विरोध किया है। Urvashi Rautela Got Trolled Again उन्‍होंने ऐसा दावा कर दिया, जिसे सुन सभी चौंके हुए हैं। उर्वशी ने दावा किया है कि चार धाम में बद्रीनाथ मंदिर के पास उनका मंदिर है। बद्रीनाथ के पास मौजूद उर्वशी मंदिर को उन्‍होंने अपना मंदिर बताया। यह भी कहा कि यहां लोग उनकी पूजा तक करने आते हैं। और अब उनकी इच्‍छा है दक्षिण भारत में भी उनका एक मंदिर बने। पॉडकास्ट के होस्ट ने जब दोबारा जोर देकर पूछा कि क्या सच में वो आपका मंदिर है. लोग वहां माथा टेकते और आशीर्वाद लेते है? इस पर उर्वशी ने हंसते हुए कहा कि ‘अब मंदिर है तो वो ही करेंगे’. होस्ट ने फिर पूछा क्या लोग उस मंदिर में जाकर ये कहता है कि उर्वशी रौतेला जी मुझे आशीर्वाद दो. उर्वशी ने कहा कि ‘ऐसे चिल्ला-चिल्ला के कौन बोलता है?’

चारधाम तीर्थपुरोहित महापंचायत ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अभिनेत्री उर्वशी रौतेला के बयान का विरोध किया। महापंचायत ने चेतावनी दी कि बदरीनाथ धाम के पास उर्वशी मंदिर को लेकर दिए बयान को वापस लेकर माफी न मांगी तो न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। महापंचायत के महासचिव डा. बृजेश सती व प्रवक्ता अनिरुद्ध प्रसाद उनियाल ने कहा, सोशल मीडिया पर अभिनेत्री उर्वशी रौतेला का एक बयान वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने बदरीनाथ धाम के निकट उर्वशी मंदिर को अपने नाम का बताया। महापंचायत ने इस पर आपत्ति जताई है। बदरीनाथ धाम के पास उर्वशी मंदिर क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, मंदिर से जुड़ी दो कहानियां प्रचलित हैं। एक मान्यता के अनुसार, माता सती को मुक्ति दिलाने के लिए भगवान शिव ने पृथ्वीलोक का भ्रमण किया और सुदर्शन चक्र से सती के कई टुकड़े किए। एक टुकड़ा बामणी गांव में भी गिरा, जहां उर्वशी मंदिर बना एक अन्य मान्यता के मुताबिक, जब भगवान विष्णु बद्रीनाथ में तपस्या कर रहे थे, तब उनकी गहन साधना के फलस्वरूप जांघ से एक अत्यंत सुंदर अप्सरा का जन्म हुआ, जिनका नाम उर्वशी था।