उत्तराखंड में शीतकालीन चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बन गई है। 8 दिसंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा शुभारंभ किए गए इस यात्रा कार्यक्रम को लेकर राज्य सरकार पूरी तत्परता से जुटी हुई है। Winter Chardham Yatra Uttarakhand अपर सचिव सी. रविशंकर ने गंगोत्री मार्ग पर शीतकालीन यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेकर अधिकारियों को जरूरी हिदायतें दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित करना राज्य सरकार की विशेष प्राथमिकता है। गंगा जी के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा के दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुजनों को हर्षिल क्षेत्र के मनोरम नैसर्गिक सौंदर्य के साथ ही बर्फबारी और तप्तकुंड के गर्मपानी के अनूठे अहसास से रूबरू होने का सुअवसर भी मिलता है, जो शीतकालीन यात्रा का विशेष आकर्षण है।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित कर श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सहूलियतों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। इस दौरान अपर सचिव रविशंकर ने कहा कि हर्षिल क्षेत्र में काफी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। मॉं गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा में काफी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है। उन्होंने कहा शीतकालीन यात्रा पर आने वाले यात्री इन दिनों बर्फबारी का आनंद उठा सकते हैं। रास्ते में गंगनानी स्थित तप्तकुंड के गर्मपानी में स्नान पर्यटकों के लिए एक अनूठा आकर्षण है, जहां पर पहाड़ी से निकलते कर पर्यटकों को अनूठा अनुभव हासिल होगा। सरकार की तरफ से अधिकाधिक लोगों से इस क्षेत्र की यात्रा पर आने की अपील करते हुए श्री रविशंकर ने शीतकालीन यात्रा व्यवस्थाओं को और अधिक बेहतर करने के लिए यात्रियों से अपने फीडबैक साझा करने का भी आग्रह किया।