उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में मरचूला बस हादसे के बाद मौत का मातम पसरा है। इस हादसे में 36 लोगों की असमय ही दर्दनाक मौत हो गई। Shivani Rawat Lost Mother Father जिसमें शिवानी रावत के माता-पिता भी शामिल थे। अस्पताल में भर्ती चार साल की मासूम के बिलखने और बार-बार मम्मी-मम्मी पुकारने की आवाज हॉस्पिटल कर्मियों को भावुक कर रही थी। किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि उस मासूम को कैसे बताएं कि जिन्हें वह बुला रही है वह कभी लौटकर नहीं आएंगे। शाम करीब साढ़े तीन बजे बच्ची को रामनगर अस्पताल से एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया है। शिवानी के पिता मनोज रावत रामनगर में उद्यान विभाग के अंतर्गत फल संरक्षण में ट्रेनिंग सुपरवाइजर पद पर कार्यरत थे और मां चारू रावत गृहिणी थीं।
शिवानी रावत (उम्र 3 वर्ष) अपने पिता मनोज रावत और माता चारू देवी के साथ दीपावली का त्योहार मनाने गांव आई हुई थी। जो दिवाली मनाकर बस में सवार होकर रामनगर जा रही थी। तभी रास्ते में बस हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में शिवानी के पिता और माता की मौत हो गई। जबकि, मासूम शिवानी रावत गंभीर रूप से घायल हो गई। बच्ची अस्पताल में बार-बार अपनी मां को पूछ रही थी। अस्पताल कर्मी किसी तरह उसे दिलासा दे रहे थे। बता दें कि सोमवार को अल्मोड़ा के सल्ट तहसील के अंतर्गत कूपी मोटर मार्ग पर मसचूला (मार्चुला) के पास गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड की बस संख्या UK 12 PA 0061 हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में 28 लोगों ने मौके पर दम तोड़ा। जबकि, 8 लोगों की मौत उपचार के दौरान अस्पताल में हुई। इस तरह से अभी तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि, 27 घायलों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।