उत्तराखंड: अमीन-अनुसेवक मांग रहे थे दस हजार की रिश्वत, विजिलेंस टीम ने किया रंगे हाथ गिरफ्तार

हरिद्वार जिले में अमीन और उसके चपरासी को दस हजार की रिश्वत के साथ विजिलेंस ने गिरफ्तार किया। विजिलेंस की टीम ने दोनों कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जीरो टोलरेंस नीति पर रिश्वतखोर कर्मचारी और अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई लगातार जारी है। Amin-Anusyev arrested for taking bribe इसी क्रम में विजिलेंस की टीम ने हरिद्वार जिले में अमीन और उसके चपरासी को दस हजार की रिश्वत के साथ विजिलेंस ने गिरफ्तार किया। विजिलेंस की टीम ने दोनों कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। विजिलेंस निदेशक वी मुरुगेशन ने इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीड़ित ने सतर्कता अधिष्ठान के ट्रोल फ्री नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में पीड़ित ने बताया था कि उसके नाम टैंपो ट्रेवलर था और पत्नी के नाम मिनी बस थी, जिस उसने करीब तीन चार साल पहले बेच दिया था।

पीड़ित का कहना था कि बेचने संबंधित कागजात गलती से आग में जल जाने के कारण नष्ट हो गये थे, जिस कारण वाहन खरीदने वाली जानकारी उसके पास नहीं था। दोनों वाहनों की वसूली के संबंध में जारी आरसी को परिवहन विभाग को वापस करने और जेल भेजने से बचाने के एवज में संग्रह अमीन रवि पाल ने रिश्वत मांगी थी। लेकिन वो रिश्वत नहीं देना चाहता था। विजिलेंस निदेशक वी मुरुगेशन ने बताया कि मामले की जांच कराई गई तो प्रथम दृष्यता आरोप सही पाए गए। इसके बाद आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए विजिलेंस की टीम का गठन किया गया। शुक्रवार दो फरवरी को विजिलेंस की टीम ने रवि पाल हाल संग्रह अमीन तहसील लक्सर और पदम प्रकाश अनुसेवक तहसील लक्सर जनपद हरिद्वार को पीड़ित से दस हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ तिराहा कस्बा के पास पकड़ा।