उत्तराखंड के नाम एक और गौरव, ले. जनरल विकास लखेड़ा ने संभाला असम राइफल्स के महानिदेशक का पद

लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा ने आज असम राइफल्स के महानिदेशक के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है। वह मूलरूप से टिहरी गढ़वाल के खास पट्टी के जखंड गांव के निवासी हैं। वर्तमान में उनका परिवार देहरादून में रहता है।

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भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल रैंक पर तैनात विकास लखेड़ा ने असम राइफल्स के डायरेक्टर जनरल (DG) की कमान संभाल ली है। Assam Rifles DG Lieutenant General Vikas Lakheda 55 वर्षीय ले. जनरल लखेड़ा मूलरूप से टिहरी गढ़वाल के खास पट्टी के जखंड गांव के निवासी हैं। वर्तमान में उनका परिवार देहरादून के वसंत विहार में रहता है। बतौर जेंटलमैन कैडेट भारतीय सैन्य अकादमी ज्वाइन करने से पहले उन्होंने डीएवी पीजी कालेज से स्नातक किया था। उन्होंने गुरुवार को असम राइफल्स के शिलांग स्थित मुख्यालय में पदभार संभाला। इससे पहले असम राइफल्स की सैन्य टुकड़ी ने उन्हें गार्ड आफ ऑनर दिया। सेना ज्वाइन करने से पहले ले. जनरल लखेड़ा ने डीएवी पीजी कालेज से स्नातक किया था। भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होने के बाद वह फोर सिख लाइट रेजीमेंट में कमीशन हुए थे। अब तक की सैन्य सेवा में वह जम्मू-कश्मीर के आतंक प्रभावित क्षेत्र से लेकर नार्थ-ईस्ट में नगालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश आदि स्थानों पर तैनात रह चुके हैं।

अनुभवी सैन्य अधिकारी के साथ ही वह कुशल खिलाड़ी व संगीत प्रेमी भी हैं। साथ ही विभिन्न भाषाएं बोलने में भी उन्हें महारथ है। उनके पिता विष्णु प्रसाद लखेड़ा भारतीय सेना की सिख रेजीमेंट के बाद बीएसएफ में डीआइजी रहे हैं। छोटी बहन रुचिका के पति वीरेंद्र सिंह भी सेना में कर्नल हैं। जबकि छोटा भाई असीम लखेड़ा इंजीनियर रेजीमेंट में कर्नल रैंक पर तैनात हैं। रिटायर कर्नल अजय कोठियाल ने लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा को असम राइफल्स का डीजी बनने पर बधाई दी है। लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा के पास नियंत्रण रेखा, अंतर्राष्ट्रीय सीमा और बहुआयामी परिचालन क्षेत्रों में सेवा करने के अलावा जम्मू-कश्मीर, असम और नागालैंड में आतंकवाद विरोधी अभियानों की योजना बनाने और संचालन में व्यापक परिचालन का अनुभव है। विकास लखेड़ा को जुलाई 2024 में विकास लखेरा को अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया था।