उत्तराखंड में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता घर बैठे डाल सकेंगे वोट, 8 अप्रैल से शुरू होगी मतदान प्रक्रिया

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने कहा मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से मतदान के लिए निर्वाचन की टीम 8 अप्रैल से पहले चरण के तहत मतदान की प्रक्रिया शुरू करेगी। मतदान की ये प्रक्रिया तीन दिन तक रहेगी।

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उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है। जिसकी तैयारी में मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय जुटा हुआ है। Uttarakhand Disabled Voters उत्तराखंड में 85 वर्ष से अधिक आयु वाले और दिव्यांग करीब 16 हजार मतदाताओं ने अब तक फॉर्म 12-डी भरकर लौटा दिया है। इनके लिए घर-घर मतदान का पहला चरण आठ अप्रैल से शुरू होगा। इसके अलावा 994 मतदाता ऐसे हैं, जिन्होंने मतदान के लिए डोली और 1,524 मतदाताओं ने व्हीलचेयर की मांग चुनाव आयोग के सामने रखी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने कहा, मतदान की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए राज्य में व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। 85 प्लस आयु के मतदाताओं के लिए घर पर जाकर मतदान की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। 85 प्लस आयु के राज्य में 65 हजार 160 मतदाता हैं।

प्रदेश में मौजूद 80 हजार 330 दिव्यांग मतदाताओं को मतदान करने के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा उपलब्ध है। बावजूद इसके सिर्फ 5576 दिव्यांग मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करने की इच्छा जाहिर की है। वहीं, 85 साल से अधिक उम्र के प्रदेश में कुल 65 हजार 160 मतदाता है। जिसमें से मात्र 10 हजार 390 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट से मतदान की इच्छा जताई है। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने कहा मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से मतदान के लिए निर्वाचन की टीम 8 अप्रैल से पहले चरण के तहत मतदान की प्रक्रिया शुरू करेगी। मतदान की ये प्रक्रिया तीन दिन तक रहेगी। अगर कोई मतदाता छूट जाता है या अपने घर पर उस समय मौजूद नहीं होता है तो ऐसे मतदाताओं के लिए 10 अप्रैल के बाद दूसरे चरण में मतदान की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए बाकायदा जिला स्तर पर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जाएगी। प्रदेश में कुल 11,729 मतदान स्थल हैं। जिसमें से 94 फीसदी पोलिंग बूथों में रैम्प, पेयजल, फर्नीचर, शेड की व्यवस्था उपलब्ध है।