रुद्रप्रयाग में ‘बालिका वधू’ बनने से बची चार नाबालिग, फिर हुआ कुछ ऐसा, मां-बाप का बदला इरादा

रुद्रप्रयाग में चार नाबालिग बालिकाओं के बाल विवाह को जिला प्रशासन ने रुकवा दिया है। बाल विकास विभाग की टीम ने 15 से 17 साल की उम्र की इन बालिकाओं के परिजनों को अभी उनकी शादी न करने के लिए समझाया।

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लड़कियों की कम उम्र में शादी ना करने और बाल विवाह को लेकर कई जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद चोरी छिपे नाबालिग लड़कियों की शादी के मामले सामने आते रहते हैं। Child Marriage In Rudraprayag ताजा मामला रुद्रप्रयाग जिले के दूरस्थ गांव का है। रुद्रप्रयाग जिले के बाल विकास विभाग के अधिकारियों की तत्परता से चार नाबालिग लड़कियों का विवाह रुक गया। अधिकारियों ने यहां बताया कि रुद्रप्रयाग के जखोली तहसील के घंघासू-बागर क्षेत्र में शुक्रवार को गई बाल विकास विभाग की टीम ने 15 से 17 साल की उम्र की इन बालिकाओं के परिजनों को अभी उनकी शादी न करने के लिए समझाया। इन सभी लड़कियों की शादी अगले महीने यानी फरवरी में होनी थी।

जखोली ब्लॉक के दूरस्थ एक गांव में 16 साल की लड़की की शादी होने जा रही थी। तभी किसी ने इसकी सूचना प्रशासन को दे दी। मौके पर पहुंचने पर प्रशासन की टीम को परिजनों ने बताया कि लड़की का आधार कार्ड में उम्र 18 वर्ष दर्ज है, जबकि, शिकायतकर्ता ने हाईस्कूल के प्रमाण पत्र में उसकी उम्र 16 वर्ष बताई थी। चाइल्ड हेल्पलाइन ने स्कूल के प्रधानाचार्य से संपर्क किया। जिसके बाद खुलासा हुआ कि प्रमाण पत्र में लड़की की वास्तविक उम्र 16 वर्ष 4 महीने है। जांच टीम ने लड़की के परिजनों को सख्त चेतावनी दी कि यदि 18 वर्ष से पहले उसका विवाह कराया गया तो उन्हें दो साल की कड़ी सजा और जुर्माना भुगतना पडे़गा। साथ ही मौके पर मौजूद पटवारी और ग्राम प्रधान को भी निर्देश दिए गए कि यदि भविष्य में ऐसे मामले सामने आए तो चाइल्ड हेल्पलाइन के नंबर 1098 पर सूचना दें।