उत्तराखंड में साइबर अटैक से चार दिन से सरकार का आईटी सिस्टम पूरी तरह ठप हो गया। जिसके चलते सभी सरकारी विभागों में काम पूरी तरह ठप हो गया। Uttarakhand Cyber Attack यहां तक कि सचिवालय में भी कोई काम नहीं हो पाया। हमला इतना गंभीर था कि इससे न केवल उत्तराखंड स्वान (UK SWAN) जैसी सुरक्षित इंटरनेट सेवाएं प्रभावित हुईं, बल्कि राज्य का सबसे महत्वपूर्ण स्टेट डेटा सेंटर भी इसका शिकार हो गया। जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एनआईसी, आईटीडीए, पुलिस विभाग आदि के साथ महत्वपूर्ण बैठक की थी। मुख्यमंत्री ने सोमवार तक सभी साइट्स के सुचारू संचालन के निर्देश दिए थे। आईटीडीए की निदेशक निकिता खंडेलवाल ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में सभी प्रमुख साइट्स को आज सुचारू कर दिया गया है।
सीएम हेल्पलाइन व स्टेट पोर्टल सेवाएं मुख्यतः अपनी सरकार, ई ऑफिस, ई-रवन्ना पोर्टल, चारधाम रजिस्ट्रेशन सभी को सुचारू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में कोई भी डाटा लॉस का कोई भी मामला संज्ञान में नहीं आया और सभी डाटा सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि सीएम हेल्पलाइन में पिछले दो दिन में लगभग 2034 कॉल्स में से 1879 को वापस दर्ज कर लिया गया है। इस हिसाब से पिछले तीन दिनों में 540 करोड़ रुपये से अधिक के बिलों का भुगतान लटकने का अनुमान है। हमले के दिन से ही राज्य के कोषागारों में कामकाज पूरी तरह से ठप है। राज्य के कोषागार से प्रतिदिन औसतन 180 से 200 करोड़ तक के बिलों का भुगतान होता है। इस हिसाब से पिछले तीन दिनों में 540 करोड़ रुपये से अधिक के बिलों का भुगतान लटकने का अनुमान है।