Dehradun News: लोकसभा चुनाव सर पर है जिसे देखते हुए सभी राजनीतिक संगठन सक्रिय हो गए है। इसी क्रम में आज कांग्रेस पार्टी के दिगज नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत (Former CM Harish Rawat) ने आपदा प्रभावित किसानों (disaster affected farmers) की मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। हरदा ने सैकड़ों किसानों के साथ ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर सीएम आवास (CM residence) के लिए निकले, लेकिन पुलिस बल ने किसानों को हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। जिसके बाद हरदा सैकड़ों किसानों के साथ धरने पर बैठ गए। हरीश रावत का आरोप है कि सरकार ने जगह-जगह बेरिकेडिंग लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धरना स्थल पर पहुंचने रोका है, लेकिन पार्टी अपनी किसानों के मुद्दों को लेकर अपनी आवाज को उठाएगी।
हरीश रावत ने भाजपा सरकार को किसान विरोधी सरकार बताया। किसानों की मांगों को रखते हुए हरदा ने कहा कि सरकार को गन्ने का खरीद मूल्य 425 रुपए प्रति क्विंटल (Purchase price of sugarcane Rs 425 per quintal) करना चाहिए। उन्होंने इकबालपुर चीनी मिल (Iqbalpur Sugar Mill) का मसला उठाते हुए कहा कि चीनी मिल पर किसानों के बकाया भुगतान को लेकर मुख्यमंत्री और सरकार ने वादाखिलाफी की है। उन्होंने आपदा की वजह से बर्बाद हो चुके फसल चक्र को देखते हुए बिजली-पानी के बिल माफ किए जाने की भी मांग उठाई है। वही, प्रदर्शन में शामिल हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य (Leader of Opposition Yashpal Arya) ने किसानों की मांग पर कहा कि आज देश और प्रदेश का किसान बुरे हालातों से गुजर रहा है। उसके सामने भुखमरी जैसे हालात पैदा हो गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लगातार किसानों की आय दोगुनी करने का वादा कर रही है। लेकिन किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई।