केदारनाथ मार्ग पर बादल फटने से भारी नुकसान, बारिश में बहे दो पुल, मार्ग ध्वस्त होने से यात्रा रुकी

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उत्तराखंड के मैदान से लेकर में बुधवार शाम हुई बारिश के बाद जगह जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। अलग-अलग हादसों में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग लापता हैं, उनकी तलाश जारी है। Kedarnath Yatra route damaged due to heavy rain उधर, केदारघाटी में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। तेज बारिश होने से पैदल मार्ग पर गदेरे उफान पर आ गए हैं, जिस कारण पैदल मार्ग के जगह-जगह मलबा गया है। मार्ग कई जगहों पर क्षतिग्रस्त भी हो गया है। वहीं सोनप्रयाग और गौरीकुंड में नदी किनारे के होटल और लॉज खाली करवाये गए। तेज बारिश के अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने पहले ही तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरा दिया था। ऐसे में तीर्थ यात्रियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग के भीमबली और लिनचोली में सबसे ज्यादा नुकसान होने की सूचना मिल रही है।

केदारनाथ मार्ग पर भीमबली चौकी से करीब 70 मीटर आगे मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण 200 तीर्थयात्रियों को जीएमवीएन और पुलिस चौकी में सुरक्षित ठहराया गया। जो मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है, उस मार्ग के आसपास से लोगों को हटा दिया गया है। रुद्रप्रयाग एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली में तेज बारिश से बादल फटा है, जिससे मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। सुरक्षा को देखते हुए करीब 200 यात्रियों को भीमबली जीएमवीएन में रोका गया है। मौके पर बचाव दल तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि पैदल मार्ग पर जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर गिर गए हैं। उन्होंने बताया कि मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से गौरीकुंड स्थित गर्म कुंड बह गया है, जबकि सभी यात्री सुरक्षित हैं।