महादेव की उपासना व साधना का पर्व महाशिवरात्रि आज मनाई जा रही है। दिनभर श्रद्धालु जलाभिषेक कर रहे हैं। प्रदेशभर के शिवालयों के बाहर रात 12 बजे से ही लंबी लाइनें लगीं हैं। Maha Shivratri 2025 बड़े,बजुर्ग, युवा-बच्चे सभी भोलेनाथ के जयकारों के साथ मंदिर में महादेव के दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। महाशिवरात्रि का पर्व हर वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार, इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। महाशिवरात्रि के दिन देवाधिदेव महादेव ने गृहस्थ जीवन को अपनाया। विश्व प्रसिद्ध धर्मनगरी हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर सुबह से ही श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। वहीं देश के अन्य राज्यों से आए श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद पूजा-अर्चना व दान पुण्य कर रहे हैं।
सुबह से ही हरकी पौड़ी ब्रह्म कुंड पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है। लोग गंगा स्नान के बाद शिवालयों में पहुंच रहे हैं। हरिद्वार दक्षेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। मान्यता है कि पौराणिक महाशिवरात्रि पर दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भोलेनाथ का जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मध्यरात्रि में देहरादून में गढ़ी कैंट स्थित ऐतिहासिक श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर, जंगम शिवालय आदि मंदिरों में रुद्राभिषेक व विशेष भोग लगाया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए कपाट खोल दिए गए। जहां लाइन में लगकर श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर खुशहाली की कामना की। मंदिरों में अधिक भीड़ को देखते हुए जगह जगह सेवादार व्यवस्था मनाने में तैनात रहे।