रामनगर: आतंक का पर्याय बना आदमखोर बाघ जाल में फसा, 48 घंटे के अंदर 2 महिलाओं की ली जान

वन विभाग ने रात भर मशक्कत के बाद आखिरकार ग्रामीण को निवाला बनाने वाले बाघ को पकड़ लिया। बाघ के पकड़ने जाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा भी शांत हुआ।

Share

रामनगर के चुकुम गांव में ग्रामीण को निवाला बनाने वाले बाघ को वन विभाग ने रात भर मशक्कत के बाद आखिरकार पकड़ लिया। forest department caught tiger Ramnagar बाघ के पकड़ने जाने के बाद जहां वन कर्मियों ने राहत की सांस ली तो वहीं ग्रामीणों का गुस्सा भी शांत हुआ। चुकुम गांव में शनिवार की सुबह शौच के लिए 60 वर्षीय गोपाल राम को बाघ ने अपना निवाला बना दिया था। वन कर्मियों की मदद के बाद करीब दो घंटे बाद शव को बरामद किया गया था। इसके बाद से ग्रामीण काफी आक्रोशित थे और बाघ को पकड़ने की मांग कर रहे थे। बाघ को पकड़ने के लिए वन कर्मियों ने मौके पर कैमरा ट्रैप व पिंजरा लगाया था।

बाघ को पकड़ने के लिए कॉर्बेट पार्क के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डा. दुष्यंत शर्मा, कोसी रेंजर शेखर तिवाड़ी के नेतृत्व में रात भर टीम ने चुकुम गांव के जंगल में डेरा जमाया हुआ था। रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगांथ नायक ने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए मृतक के कपड़ों को पिंजरा के आसपास रखा गया था। रात करीब तीन बजे के आसपास बाघ पिंजरा में पहुंचा और फंस गया। बाद में उसे ट्रैंकुलाइज किया गया। सुबह जांच पड़ताल के बाद बाघ को ढेला रेस्क्यू सेंटर में भेजा।