उत्तराखंड में अवैध मदरसों को सील करने की कारवाई का अभियान तेज हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शासन प्रशासन द्वारा अभी तक राज्य में कुल 53 से ज्यादा अवैध मदरसे सील किए जा चुके हैं। Action Against Illegal Madrassas यह सभी मदरसे बिना पंजीकरण के चोरी छुपे चलाए जा रहे हैं। बीजेपी नेता जहां धामी सरकार के इस एक्शन की तारीफ कर रहे है तो वहीं कांग्रेस ने अवैध मदरसों पर हो रही इस कार्रवाई पर ही सवाल खड़े किए है। कांग्रेस की माने तो बीजेपी चाहती है कि जनता बेरोजगारी समेत अन्य समस्याओं पर ध्यान न देकर मस्जिद-मजार और हिंदू-मुस्लिम में उलझी रहे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि जब भी सरकार या बीजेपी के ऊपर कोई बात आती है तो जनता का ध्यान भटकाने के लिए वो हिंदू-मुस्लिम की बात करने लगते ह। बीते 15 दिनों में भी कुछ ऐसा ही हुआ।
कांग्रेस के उठाए सवालों का बीजेपी ने भी अपने अंदाज में जवाब दिया। बीजेपी ने कांग्रेस के पूछा है कि अवैध मदरसों पर हो रही कार्रवाई से कांग्रेस के पेट में क्यों दर्द हो रहा है? कांग्रेस हमेशा से उत्तराखंड का धार्मिक मैप बिगाड़ने वाले के साथ रही है। अगर राज्य सरकार अवैध मदरसों पर कार्रवाही कर रही है तो इसमें कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? सभी को ये जानना होगा की अवैध मदरसे चलाने का मतलब क्या है? उत्तराखंड देवभूमि है और यहां किसी भी अवैध काम को बर्दाश नहीं किया जायेगा। उन्होंने निशाना साधा कि ये सभी कदम संविधान के अनुशार हैं तो अब जो वक्फ संशोधन विधेयक लाया गया है वह संविधान विरोधी कैसे हो सकता है। जेपीसी की बैठकों में विपक्ष से इन मुद्दों को लेकर सुझाव लिए गए और उन्हें रिपोर्ट की डिसेंट नोट में भी दर्ज किया गया है। लेकिन विपक्ष रिपोर्ट सार्वजनिक होने से पहले ही उसपर भ्रम फैलाया जा रहा है।