हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के पीपीपी मोड पर विरोध, सीएम से मिलने जा रहे छात्रों को रोका; एक छात्रा की तबीयत बिगड़ी

सीएम से वार्ता के लिए देहरादून जा रहे छात्र- छात्राओं को पुलिस प्रशासन ने कॉलेज से निकलने से पहले ही रोक दिया। आरोप है कि कॉलेज का मुख्य गेट बंद कर दिया गया।

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हरिद्वार स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर संचालित करने के एक पत्र ने छात्रों और राजनीतिक दलों के बीच विवाद खड़ा कर दिया है। Haridwar Medical College PPP Mode छात्रों के विरोध प्रदर्शन और विपक्ष की प्रतिक्रिया के कारण यह मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है। छात्र बीते कई दिन से इसका विरोध कर रहे हैं। आज शुक्रवार सुबह सीएम से वार्ता के लिए देहरादून जा रहे छात्र- छात्राओं को पुलिस प्रशासन ने कॉलेज से निकलने से पहले ही रोक दिया। आरोप है कि कॉलेज का मुख्य गेट बंद कर दिया गया। बताया जा रहा है कि इस दौरान एक छात्रा की हालत बिगड़ गई। छात्र-छात्राओं का आरोप है कि देहरादून जाने के लिए उनकी ओर से की गई बस के ड्राइवर को भी पुलिस प्रशासन की ओर से बाहर निकाल दिया है।

छात्रों ने सरकार से यह फैसला वापस लेने की मांग की। उनका कहना है कि अगर कॉलेज को पीपीपी मोड पर दिया गया, तो उनकी डिग्री की विश्वसनीयता और उनके भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि यह फैसला केवल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए लिया जा रहा है। छात्र-छात्राओं का आरोप है कि देहरादून जाने के लिए उनकी ओर से बुक की गई बस के ड्राइवर को भी पुलिस प्रशासन की ओर से बाहर निकाल दिया गया है। हरिद्वार राजकीय मेडिकल कॉलेज के छात्र आज तीसरे दिन भी अपनी क्लास को छोड़कर विरोध कर रहे हैं। वहीं इस मुद्दे को कांग्रेस ने भी जोर-शोर से उठाया है। हरिद्वार कांग्रेस के नेता अमन गर्ग ने इसे गरीब और युवाओं के साथ धोखा बताया।